- आईटीएमएस व स्मार्ट सिटी के तहत लगाए गए ट्रैफिक सिग्नल को किया जाएगा कंट्रोल
- दो विभागों के पास जिम्मेदारी होने से नहीं हो पा रहा सिटी का ट्रैफिक सही से कंट्रोल
KANPUR। सिटी का स्मूथ चले इसके लिए डीटीसी ट्रैफिक ने प्लान तैयार किया है। उन्होंने सिटी के 64 चौराहों पर स्मार्ट सिटी के तहत केडीए के लगाए गए ऑटोमैटिक सिग्नल और आईटीएमएस के तहत लगाए गए सिग्नल की कंट्रोलिंग एक निर्धारित कंट्रोल रूम से करने की तैयारी की है। इसके लिए उन्होंने नगर निगम को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने कहा है कि आईटी एक्सपर्ट के साथ बैठक करके ऑटोमैटिक सिग्नल को दो स्थान आईटीएमएस व आईसीसीसी कंट्रोल रूम से कंट्रोल करने के बजाए एक स्थान से कंट्रोल किया जाए।
70 परसेंट कंट्रोलिंग नगर निगम से
डीसीपी ट्रैफिक बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया की सिटी के अधिकतर चौराहों पर लगे ऑटोमैटिक सिग्नल की कंट्रोलिंग नगर निगम में बने इंट्रीगेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर 'आईसीसीसी' से होती है। वहीं कुछ व्यस्ततम चौराहों में लगे ऑटोमैटिक सिग्नल की कंट्रोलिंग आईटीएमएस से होती है। अभी तक दोनों डिपार्टमेंट में सामंजस्य न होने की वजह से सिटी के अधिकतर चौराहों के सिग्नल दुरस्त नहीं है। कमिश्नरेट सिस्टम लागू होने के बाद सिटी के ट्रैफिक को बेहतर बनाने का प्लान बनाया गया है। जिसमें एक स्टेप यह भी है।
कानपुराइट्स की मदद से सुधरेगा ट्रैफिक
डीसीपी ट्रैफिक ने बताया की बेहतर प्लानिंग के साथ कानपुराइट्स का सहयोग भी सिटी के ट्रैफिक सिस्टम को सुधारने में काफी उपयोगी होगा। सख्ती करने के बजाए कानपुराइट्स को ट्रैफिक के प्रति अवेयर किया जाएगा। सिटी के ट्रैफिक में बदलाव दिखाई देने लगा है। सिटी के जिन चौराहों पर ऑटोमैटिक सिग्नल टाइमिंग से चल रहे हैं। उन चौराहों पर कानपुराइट्स स्वयं रेड व ग्रीन लाइटों को देखकर खड़े हो जाते हैं। यह ट्रैफिक डिपार्टमेंट के प्रयास व कानपुराइट्स की स्मार्टनेस का असर है।
124 चौराहों की आईसीसीसी से कंट्रोलिंग
ट्रैफिक डिपार्टमेंट के अधिकारियों के मुताबिक सिटी के 124 चौराहों पर लगे ऑटोमैटिक सिग्नल की कंट्रोलिंग नगर निगम आफिस में बने आईसीसीसी कंट्रोल रूम से की जाती है। वहीं स्मार्ट सिटी के तहत केडीए के 64 चौराहों पर लगाए गए ऑटोमैटिक सिग्नल को ट्रैफिक लाइन स्थित आईटीएमएस से की जाती है। जिसका मेंटीनेंस भी नगर निगम के पास ही है। यहीं कारण है की सिग्नल खराब होने पर क्विक एक्शन ट्रैफिक डिपार्टमेंट नहीं ले पाता है।
आंकड़े
208 चौराहों पर ऑटोमैटिक सिग्नल लगे है
64 चौराहों के सिग्नल आईटीएमएस से कंट्रोल होते है
124 चौराहो के सिग्नल नगर निगम में बने आईसीसीसी कंट्रोल रूम से होते है
2 डिपार्टमेंट के हाथों सिग्नल की कंट्रोलिंग होने से हो रही समस्या
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सिटी का ट्रैफिक चौराहों पर लगे ऑटोमैटिक सिग्नल के इशारों पर चले। इसको लेकर प्लान तैयार किया गया। आने वाले कुछ दिनों में सिटी के अधिकतर चौराहों पर मैनुअल ट्रैफिक कंट्रोल होते हुए कानपुराइट्स को नहीं दिखाई देगा। नियम तोड़ने वालों पर सीसीटीवी के माध्यम से कंट्रोल रूम से ही कार्रवाई की जाएगी।
बीबीजीटीएस मूर्ति, डीसीपी ट्रैफिक