कानपुर (ब्यूरो) इंस्टीट्यूट के प्रोजेक्ट एसोसिएट आफताब ने बताया कि रामगंगा में पानी की गुणवत्ता के साथ साथ लेवल पिछले सालों के अपेक्षा काफी बेहतर हो गया है। कुछ साल पहले नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की ओर से सख्ती से उसका असर देखने को मिला है। इसके अलावा आसपास के जिन स्थानों से गंगा नदी बहती है,वहां सदस्यों द्वारा तीन से चार दिनों तक सर्वे किया जाएगा। सर्वे में मदद के लिए स्थानीय स्तर पर अफसरों व एक्सपर्ट की मदद भी लेंगे। सर्वे की रिपोर्ट वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के आला अफसरों को सौंपी जाएगी।