- बोर्ड ऑफ अप्रेंटिसशिप ट्रे¨नग का ढांचा बदला जाएगा

- मिनिस्ट्री ने आईआईटी डायरेक्टर को दी हैं जिम्मेदारी

KANPUR: भावी इंजीनियरों की स्किल और निखारने की तैयारी हो रही है। हाल ही में एजुकेशन मिनिस्ट्री की ओर से इसके लिए निर्देश मिले थे। अब बोर्ड ऑफ अप्रेंटिसशिप ट्रे¨नग का ढांचा बदलने की तैयारी हो रही है। यूपी समेत उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, राजस्थान, जम्मू कश्मीर, लद्दाख के भावी इंजीनियरों को इस तरह से तैयार किया जाएगा कि वह उद्योगों और इनोवेशन की फील्ड में काम कर सके।

नई योजनाएं तैयार होंगी

उनके हुनर को तराशने के लिए नई योजनाएं तैयार होंगी। बोर्ड ऑफ अप्रेंटिसशिप ट्रे¨नग नार्थ रीजन की सूरत बदलेगी। सिंगल और हाइटेक व्यवस्था होगी, जिससे इंजीनिय¨रग और डिप्लोमा पास आउट स्टूडेंट्स को अधिक से अधिक लाभ मिल सकेगा।

प्रो। अभय करंदीकर को मिला जिम्मा

यह प्ला¨नग बोर्ड के नए चेयरमैन प्रो। अभय करंदीकर तैयार करा रहे हैं। उन्हें एजुकेशन मिनिस्ट्री की ओर से कुछ दिन पहले ही जिम्मेदारी मिली है। मौजूदा समय में वह आईआईटी कानपुर के डायरेक्टर हैं। उनके निर्देशन में इंस्टीट्यूट ने टेक्निकल फील्ड में काफी तरक्की की है। कई सेंटर और डिपार्टमेंट बने हैं।

नई कंपनियों से होगा करार

मेक इन इंडिया और उद्यमिता विकास को बढ़ावा दे रहे हैं। अब बोर्ड के चेयरमैन बनने से नई कंपनियों के साथ करार हो सकेगा। इसका फायदा भावी इंजीनियरों को अप्रेंटिसशिप करने में मिलेगा। प्रो। करंदीकर ने बताया कि बोर्ड ऑफ अप्रेंटिसशिप ट्रे¨नग में बहुत संभावनाएं हैं। नई कंपनियों और औद्योगिक इकाइयों को जोड़ा जाएगा। जल्द ही बोर्ड की बैठक बुलाई जाएगी। नई शिक्षा नीति के अंतर्गत छात्रों के लिए अप्रेंटिसशिप की रूपरेखा तैयार होगी। इंजीनिय¨रग के साथ ही प्रबंधन, मेडिकल और अन्य क्षेत्रों के छात्रों को पारंगत किया जाएगा।

बोर्ड पर कई कंपनियों की उधारी

बोर्ड पर कई कंपनियों की उधारी है। उसके लिए बजट भी जारी हुआ था, जिससे हिसाब किताब बराबर किया जा रहा है। कुछ कंपनियों ने देनदारी के चक्कर में बोर्ड से करार तोड़ लिया है। पिछले वर्ष कोरोना संक्रमण की शुरूआत में कई कंपनियों ने अप्रेंटिसशिप के लिए मना भी कर दिया था। ऐसे में डॉ। करंदीकर के लिए चुनौतियां भी काफी रहेंगी। डायरेक्टर एसके मेहता ने बताया कि अधिकतम कंपनियों को उनकी अदायगी कर दी गई है। कुछ को मार्च की समाप्ति से पहले दे दिया जाएगा।

कानपुर में हेड ऑफिस

कानपुर के लखनपुर स्थित बोर्ड के उत्तर क्षेत्र का हेड ऑफिस है। यहां से उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, राजस्थान, जम्मू कश्मीर, लद्दाख के कार्यालयों को देखा जाता है।