कानपुर(ब्यूरो)। बिल्हौर में हेड कांस्टेबल पर जानलेवा हमला करने वाले बदमाश राहुल यादव से पुलिस की मुठभेड़ हो गई। पुलिस से घिरता देख बदमाश ने फायरिंग की, फिर पुलिस ने पैर में गोली मारकर दबोच लिया। जिस बदमाश को वेडनसडे तडक़े मुठभेड़ में गोली लगी है, उसने मंडे शाम ईंट और डंडे से हेड कांस्टेबल को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया था। इस दौरान वह चिल्ला रहा था पुलिस पैर में गोली मारती है, इसके पैर तोड़ दो। बदमाशों ने कांस्टेबल के पैर पर डंडे और ईंट से ताबड़तोड़ वार भी किए थे। अब करीब 36 घंटे बाद पुलिस ने पैर में गोली मारकर बदमाश को अरेस्ट कर लिया है।

लूट और हत्या की एफआईआर
डीसीपी वेस्ट विजय ढुल ने बताया कि बाइक सवार दो बदमाशों ने मंडे शाम को बिल्हौर में हेड कांस्टेबल मोहम्मद मुर्तजा पर जानलेवा हमला किया था। इसके बाद मोबाइल और रुपए लूट लिए थे। पुलिस ने बदमाशों के खिलाफ लूट और हत्या के प्रयास की एफआईआर दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी।

एक को 24 घंटे में पकड़ा
ट्यूजडे देर शाम एक बदमाश विशाल यादव को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया था। पूछताछ के बाद उसकी निशानदेही पर राहुल यादव की तलाश में पुलिस ने वेडनसडे सुबह नाकेबंदी की थी। इस दौरान राहुल से मुठभेड़ हुई। बदमाश के पास से तमंचा और कारतूस बरामद हुआ है। इसके साथ ही सिपाही से लूटी गई रकम और मोबाइल उसकी निशानदेही पर बरामद कर ली है। घायल बदमाश का इलाज कराने के लिए हैलट में भर्ती कराया गया है। वहां से डिस्चॉर्ज होने के बाद उसे जेल भेजा जाएगा। दोनों बदमाश बिल्हौर के कमसान गांव के हैं।

अब आगे पूरी घटना बताते हैं

बदमाश चिल्ला रहे थे पुलिस गोली मारती है, पैर तोड़ दो जानलेवा हमला और लूट मामले में कॉन्स्टेबल मोहम्मद मुर्तजा के बहनोई ने बताया कि बदमाश मारपीट के दौरान बोल रहे थे पुलिस पैर में गोली मारती है, इसके पैर तोड़ दो। इस वजह से कांस्टेबल के दोनों पैरों को तोडऩे के लिए बदमाशों ने ताबड़तोड़ वार किए। पीआरवी प्रभारी जय शंकर मिश्रा भी मंगलवार सुबह घायल कांस्टेबल को देखने पहुंचे। उन्होंने बताया कि कॉन्स्टेबल मोहम्मद मुर्तजा सोमवार शाम ड्यूटी के बाद खाना खाने बिल्हौर गए थे। वहां पर बाइक सवार दो बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया। कांस्टेबल उस वक्त वर्दी में नहीं थे। मामले की जांच की जा रही है।

फटकार के बाद शुरू हुआ इलाज
घटना के बाद आसपास के ग्रामीणों ने हेड कांस्टेबल को बिल्हौर सीएचसी में एडमिट कराया गया। हालत गंभीर होने के कारण उन्हें वहां से हैलट अस्पताल रेफर कर दिया गया। सोमवार आधी रात बाद करीब 1 बजे कॉन्स्टेबल मोहम्मद मुर्तजा को हैलेट अस्पताल ले जाया गया। रात 2:30 बजे पर्चा बन सका। इसके बाद मंगलवार सुबह 8 बजे मरीज अस्पताल में एडमिट हो सका और उसका इलाज शुरू किया गया। सुबह 11 एसआईसी आरके सिंह के आने के बाद उन्होंने पूरे स्टॉफ को फटकार लगाई तब इलाज शुरू हो सका। डॉक्टरों ने मेडिकोलीगल किया और हालत खतरे से बाहर होने पर वार्ड में शिफ्ट किया।