कानपुर (ब्यूरो) वेडनसडे दोपहर को वन विभाग की टीम दोबारा मेडिकल कॉलेज कैंपस पहुंची। इस दौरान टीम के सदस्य उस जगह भी गए जहां तेंदुए के निशान मिलने की बात कही जा रही थी। क्षेत्रीय वन अधिकारी एलएस कुशवाहा ने निशान देखने के बाद बताया कि पंजों के निशान के साथ ही नाखून के निशान भी हैं। साथ ही यह निशान काफी छोटे हैं। वन अधिकारी ने बताया कि तेंदुआ जब चलता तो उसके पग माक्र्स के साथ नाखून के निशान नहीं बनते। इसलिए यह निशान तेंदुए के पंजों के निशान नहीं हैं। मालूम हो कि यह तेंदुए के पंजे के निशान मेडिकल कॉलेज कैंपस में रहने वाले कॉलेज की फैकल्टी के आवास के पीछे गार्डन एरिया में मिले थे। साथ ही रात की एक तस्वीर भी मिली जिसमें तेंदुए की कदकाठी वाला जानवर दिखा था। जिसके बाद मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल की ओर से नोटिस जारी कर रात को घरों से निकलने से बचने के लिए कहा गया था।