कानपुर (ब्यूरो)। हाईटेक कमिश्नरेट पुलिस भी टोटकों पर विश्वास करती है। पुलिस ऐसा मानती है कि अगर साल का पहला केस गुडवर्क का दर्ज हो तो पूरे साल राहत रहती है। इसी को फॉलो करते हुए कानपुर कमिश्नरेट में 2024 का पहला केस काकादेव थाने में गांजा बरामदगी के साथ युवक की गिरफ्तारी का दर्ज किया गया। इसके तुरंत बाद शहर के तमाम थानों ने गुडवर्क के केस दर्ज किए जिनको क्राइम नंबर 01/2024 दिया गया, लेकिन समय के अनुसार काकादेव थाने में लिखा गया केस कमिश्नरेट का पहला केस ही माना गया। वहीं वहीं महाराजपुर थाने में मारपीट के मामले में दर्ज क्राइम नंबर 461/2023 साल 2023 का आखिरी केस रहा।

अपराध संख्या 01/2024
रिटायर हो चुके इंस्पेक्टर अनिल कुमार मिश्र की मानें तो कई सालों से यूपी के हर थाने में पहला केस गुडवर्क का ही दर्ज किया जाता है। काकादेव थाने में दर्ज किया गया पहला केस नवाबगंज के भोपालपुरवा निवासी रंजीत के खिलाफ दर्ज किया गया। रंजीत को प्रभारी निरीक्षक अतुल कुमार सिंह और उनकी टीम ने 250 ग्राम गांजा बरामद किया है। इसके अलावा दूसरा मामला नवाबगंज में दर्ज किया गया, जिसकी अपराध संख्या 01/2024 रही। इसके बाद शहर के हर थाने में पहला केस गुडवर्क का ही दर्ज किया गया।

बीते साल कुल 13999 केस दर्ज
शहर में 2023 में 13,999 केस दर्ज किए गए। टोटके के मुताबिक, ये भी विषम संख्या पर ही बंद हुआ। सबसे ज्यादा केस चकेरी में 962 दर्ज किए गए। जबकि दूसरे नंबर पर नौबस्ता में 611 और तीसरे नंबर पर कल्याणपुर थाना 531 केस दर्ज करके रहा। सबसे नीचे के पायदान पर रेउना थाना रहा, जिसमें 35 केस दर्ज किए गए। उसके बाद नीचे से दूसरे नंबर पर अर्मापुर 41 केस दर्ज करके रहा। वहीं नीचे से तीसरे पायदान पर कैण्ट थाना रहा जिसमें 89 केस दर्ज किए गए।