- पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नहीं मिली मौत की वजह, विसरा जांच के लिए भेजा

- दोपहर बाद शहर पहुंचे परिजन, डेडबॉडी लेकर पश्चिम बंगाल हुए रवाना

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KANPUR : रामनारायण बाजार स्थित एक होटल में डीजीक्यूए के सीनियर साइंटिस्ट भोलानाथ सिंह की मौत कैसे हुई इस पर रहस्य का पर्दा पड़ गया है। संडे दोपहर उनके परिजनों के शहर पहुंचने के बाद उनके शव का पोस्टमार्टम किया गया। पीएम रिपोर्ट में भी उनकी मौत का कारण नहीं पता चल सका। लिहाजा पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर्स ने विसरा सेफ कर जांच के लिए भेज दिया है। पोस्टमार्टम के बाद परिजन डेडबॉडी और होटल के कमरे से उनका सामान लेकर पश्चिम बंगाल रवाना हो गए।

होटल में बिगड़ी थी तबीयत

पश्चिम बंगाल के झारग्राम जिला निवासी भोलानाथ सिंह डीजीक्यूए के पेट्रोलियम पदार्थ विभाग में सीनियर साइंटिस्ट थे। रामनारायन बाजार स्थित शीशमहल होटल में वे साथी कर्मचारियों के साथ रहते थे। फ्राइडे देर रात करीब दो बजे अचानक भोलानाथ की तबीयत बिगड़ गई। साथी अधिकारी अमिताभ साहा, संवल कृष्ण दास व मलय राय, होटल के मैनेजर अमल चटर्जी की हेल्प से उन्हें उर्सला अस्पताल ले गए, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी। साथियों ने उनकी मौत की जानकारी परिजनों को दी।

सूचना मिलते ही घर में कोहराम

मौत की सूचना मिलने पर उनके परिवार में कोहराम मच गया। उनके भाई त्रिदेव सिंह, बेटा कार्तिक, पत्नी का भाई नलिनी सिंह व बुआ का बेटा राजकुमार संडे को शहर आए। बेटे कार्तिक ने बताया कि सेटरडे शाम को कोलकाता से लखनऊ आने वाली फ्लाइट छूट गई। इसके बाद संडे सुबह वाली फ्लाइट से लखनऊ आए और वहां से स्वरूपनगर स्थित पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। बेटे के मुताबिक फ्राइडे रात करीब 10 बजे पिता की मां आभा व बहनों अमिता, अनिका से फोन पर बात हुई थी। तब तक वे ठीक-ठाक थे। फीलखाना थाना प्रभारी सतीशचंद्र साहू ने बताया कि पोस्टमार्टम में मौत की वजह स्पष्ट न होने पर विसरा सुरक्षित किया गया है। उनकी पत्नी के भाई नलिनी सिंह ने बताया कि भोलानाथ का घर मूलरूप से झारग्राम में है, वहीं अंतिम संस्कार करेंगे।