कानपुर (ब्यूरो) टाटमिल चौराहे पर 30 जनवरी की रात हुई पहली घटना में सामने आया था कि बस ड्राइवर नशे की हालत में बस चला रहा था। यशोदानगर से घंटाघर की तरफ आने के दौरान भी वह बस को खतरनाक तरीके से चला रहा था। अगर उस वक्त कंट्रोल रूम चालू हो गया होता तो पैसेंजर्स पैनिक बटन दबाते ही कंट्रोल रूम से उसकी रियल टाइम लोकेशन निकाल कर तत्काल कार्रवाई की जा सकती थी और छह लोगों की जान बच जाती।


ड्राइवर की कोई भी लापरवाही
शासन के जारी किए गए आदेश के मुताबिक ट्रैफिक अधिकारियों के माध्यम से बसों के चालकों पर नजर रखी जाएगी। चौराहों पर तैनात रहने वाला ट्रैफिक स्टाफ को ई-बस के ड्राइवर्स की कोई भी लापरवाही दिखाई दे तो वह तत्काल कार्रवाई करते हुए मामले की जानकारी केसीटीएसएल (कानपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड) के बनाए जाने वाले कंट्रोल रूम में दे सकेगा। आदेश में यह भी कहा गया है कि बस ड्राइवर अगर बस को ओवर स्पीड व गलत साइड से दूसरे वाहन को ओवर टेक कर रहा है तो इसकी जानकारी भी ट्रैफिक स्टाफ कंट्रोल रूम में दे सकेगा।