कानपुर (ब्यूरो)। कानपुर की रोड्स के गड्ढ़ों की गूंज अब विधानसभा में सुनाई दे रही है। वेडनेसडे को विधानसभा सत्र के दौरान विपक्ष ने कानपुर की रोड के गड्ढ़ों का मुद्दा उठाते हुए सरकार पर प्रहार किया। बता दें कि बारिश के बाद शासन ने कानपुर को गड्डा मुक्त करने का अभियान चलाया था। जिसमें नगर निगम, केडीए, पीडब्लूडी, आवास विकास विभागों को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। उसकी डेडलाइन तय की गई थी और करोड़ों रुपये बजट भी खर्च किया गया। जिनसे ज्यादातर रोड्स की हालत सुधर गई लेकिन कई रोड्स पर आज भी गड््ढे जानलेवा बने हुए हैं।
विभागों ने खर्च किए 500 करोड़ ज्यादा
सिटी को गड्ढामुक्त करने के लिए नगर निगम, पीडब्लूडी, केडीए, आवास विकास रोड का निर्माण और मेंटेनेंस करता है। गड्ढा मुक्त रोड को लेकर भी ये सभी विभाग मिलाकर हर साल 500 करोड़ रुपए से ज्यादा का बजट खर्च करते हैं। बावजूद इसके शहर की रोड पूरी तरह गड्ढा मुक्त नहीं हो सकी हैं। पनकी गंगागंज रोड पर बड़े-बड़े गड्ढ़े हैं। यहां आए दिन रोज गड्ढों में गिरकर घायल हो रही हैं।
पनकी में सालों से नहीं बनी रोड
पनकी-गंगागंज रोड की बात करें तो इस रोड पर तालाब जितने गड्ढ़े हैं। बावजूद इसके ये रोड आज तक गड्ढामुक्त नहीं हो सकी है। इसके अलावा जाजमऊ में भी रोड का बुरा हाल है। वहीं बेतरतीब खोदाई के चलते भी आए दिन रोड पर गड्ढ़े हो रहे हैं। साउथ सिटी की कई रोड्स भी गड््ढों में फंसी हैं।
इन रोड्स पर आए दिन हो रहे हादसे
शहर में मेन रोड््स को विभागों ने चमका दिया है, लेकिन मेन मार्केट लकड़मंडी, यतीमखाना, परेड समेत अंदर की रोड में जगह-जगह गड्ढे हैं। वहीं कुछ टाइम पहले बनी रोड भी खस्ताहाल हो चुकी हैं। कई रोड पर बजरी लोगों को चुटहिल कर रही है।