कानपुर(ब्यूरो)। शनिवार को शहर में मतांतरण के बड़े खेल का पर्दाफाश हुआ। मौके पर मिला साहित्य और तमाम ऐसी चीजें, जो मतांतरण की गवाही देती दिखाई दीं। पुलिस ने पकड़े गए आरोपी को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया। कमिश्नरेट में दर्ज हुआ मतांतरण का यह चौथा मामला था। पहला मामला घाटमपुर में दर्ज किया गया था, जिसमें अनिल की गिरफ्तारी हुई थी। दूसरा मामला श्याम नगर चकेरी में दर्ज किया गया था, जिसमें दो लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। तीसरा मामला रावतपुर की थारू बस्ती का था, जिसमें हलका इंचार्ज की तहरीर पर केस दर्ज किया गया था। चौथा मामला सोमवार को कर्नलगंज में दर्ज किया गया। जिसमें पादरी की गिरफ्तारी की गई। पूछताछ में पादरी ने बताया कि किस तरह से पूरा नेक्सस चल रहा है। एजेंसियां मामले की जांच कर रही हैं।

बस्तियों को बनाते हैं निशाना
दरअसल पुलिस को विदेशी फंडिंग की पुख्ता जानकारी मिल गई है। जिसकी वजह से पुलिस ने इसमें एजेंसी को भी शामिल किया है। पकड़े गए पादरी अमित लायल ने बताया कि शहर की गरीब बस्तियों में जाकर धर्म का प्रचार करते हैं। इस प्रचार के दौरान जो लोग मतांतरण करना चाहते हैं। उन्हें ईसाई धर्म की दीक्षा दी जाती है। उनको नौकरी दिलाना, बीमारी और गरीबी को दूर करने और रहने के लिए घर का इंतजाम भी किया जाता है।

चार चर्च की हुई जानकारी
अमित लॉयल ने पुलिस को इलाके की कई बस्तियों की जानकारी भी दी, जहां मतांतरण का मायाजाल फैला हुआ है। देर रात से सुबह तक पुलिस की टीमें इन इलाकों में मतांतरण की जड़ें खंगालती रही। हालांकि कर्नलगंज से हुई गिरफ्तारी के बाद से इन बस्तियों से इस मामले से जुड़े तमाम लोगों को गायब कर दिया गया। पुलिस और खुफिया इन बस्तियों में सुरागरसी कर रही है।

पिछले मामलों में क्या हो रहा
1: आरोपी को हाईकोर्ट से जमानत
घाटमपुर में चर्च की देखभाल करने वाला राहा गांव निवासी अनिल को पुलिस ने जनवरी 2023 में अरेस्ट किया था। यहां से धार्मिक साहित्य और तमाम संदिग्ध वस्तुएं मिलीं। कुछ बैंकों के खाते भी मिले, जिनमें विदेशी फंडिंग की बात सामने आई थी। पुलिस ने जांच शुरू की, इससे पहले ही पूरा रैकेट चलाने वालों ने अनिल की जमानत हाईकोर्ट से करा दी।

2 : दोनों आरोपी जेल में
चकेरी के श्याम नगर में किराए का घर लेकर मतांतरण किया जा रहा था। इस मतांतरण में नाबालिग स्टूडेंट्स भी शामिल थे। बजरंग दल के साथ जब पुलिस ने छापा मारा तो यहां सीसीटीवी कैमरा भी लगा मिल गया। यहां विदेशी फंडिंग से संबंधित पेपर्स भी मिले। इस समय दोनों आरोपी जेल में हैं।

3 : राजस्थान जाकर रुक गई जांच
रावतपुर के थारू बस्ती में मतांतरण के मामले में इलाज के नाम पर प्रेयर करने की बात सामने आई। सब इंस्पेक्टर विकास कुमार गुप्ता के मुताबिक, महीने पहले नीरज नाम का युवक, जिसकी च्यादा शराब पीने से लीवर और किडनी खराब हो गई थी, उसके इलाज के लिए एक व्यक्ति पंजाब से आया था। उसने नीरज के इलाज के लिए प्रेयर की थी। मामले में पंजाब के बाद जांच करने के लिए राजस्थान तक पुलिस गई, लेकिन उसके बाद जांच बंद हो गई।
कानपुर पुलिस के अनुसारः
मतांतरण के सभी मामलों में जांच चल रही है। शहर में जहां जहां मतांतरण की जानकारी मिली है, वहां जांच की जा रही है।
बीपी जोगदण्ड, पुलिस कमिश्नर