कानपुर (ब्यूरो)। जाजमऊ पुलिस ने आईपीएस अधिकारियों, राजनेताओं और जजों से नजदीकियां दिखाकर वसूली के आरोपी भाजपा व्यापार सेवा संगठन के अध्यक्ष शब्बीर अहमद को गिरफ्तार कर लिया है। शब्बीर पर सावित्री नगर निवासी मो। वसीम से बेटे को छुड़ाने के नाम पर पांच लाख रुपये की मांग और दो बार में डेढ़ लाख रुपये वसूलने का आरोप है। वसीम का आरोप है कि शब्बीर ने बचे हुई रकम ने देने पर इटावा जेल में बंद बेटे को जान से मारने की धमकी दी थी। वसीम की ओर से तहरीर मिलने के बाद केस दर्ज कर पुलिस ने शब्बीर को अरेस्ट कर लिया है। शब्बीर की कानपुर पुलिस कमिश्नर के साथ कई तस्वीरें सामने आई हैं। जिसे दिखाकर वह दरोगा और इंस्पेक्टर्स पर रौब गांठता था।

फोटो खिंचवाकर जमाया रौब
शातिर शब्बीर के सिर्फ पुलिस कमिश्नर डॉ। आरके स्वर्णकार ही नहीं डीसीपी, एसीपी और शहर के कई दिग्गज नेताओं से भी संबंध सामने आए हैं। वह सभी नेताओं और पुलिस अफसरों के साथ फोटो सोशल मीडिया पर वायरल करता था। इससे लोगों को लगता था कि वह अफसरों और नेताओं का बेहद करीबी है। उसने कई बार दरोगा और इंस्पेक्टर्स की ट्रांसफर पोस्टिंग भी कराई थी। इसके चलते सभी पुलिस कर्मियों का विश्वास हो गया था कि शब्बीर की साहब से नजदीकी है। इसके चलते आंख बंद करके मनचाहे थाने का चार्ज लेने के लिए पुलिस वाले उसके पास एडवांस जमा कर देते थे।

बेटे को छुड़ाने के नाम पर वसूली
वसीम ने बताया कि उनके बेटे के खिलाफ कोर्ट में मुकदमा चल रहा था। इस दौरान उनकी मुलाकात केडीए कॉलोनी जाजमऊ निवासी भाजपा नेता शब्बीर अहमद से हुई। शब्बीर ने बताया कि जज उनके परिचित के हैं, 5 लाख रुपए में काम हो जाएगा। झांसे में आकर वसीम ने एक लाख रुपए बतौर एडवांस दे दिए। कुछ दिन बात वसीम के बेटे को कोर्ट से सजा और जुर्माना हो गया। रुपए वापस मांगने पर शब्बीर धमकाने लगा। कहा कि उसके बेटे की परेशानी बढ़ा देगा और उसकी भी हत्या करा देगा। वसीम ने मामले की शिकायत दर्ज कराई। जाजमऊ पुलिस ने जांच में आरोप सही पाए तो शब्बीर को अरेस्ट कर लिया। कोर्ट में पेश करने के बाद शब्बीर को जेल भेज दिया गया।

कानपुर के कई दरोगा और इंस्पेक्टरों को भी ठगा
पुलिस की जांच में ये भी सामने आया है कि शब्बीर ने कानपुर कमिश्नरेट में तैनात कई दरोगा और इंस्पेक्ट से भी लाखों की ठगी की है। एक इंस्पेक्टर से फजलगंज थाने का चार्ज दिलाने के नाम पर 8 लाख रुपए लिया था। काम न होने पर इंस्पेक्टर की पत्नी शब्बीर के घर पहुंची और रुपए के लिए हंगामा किया। लेकिन महकमे की बदनामी के डर से अफसरों ने कोई एक्शन नहीं लिया।