कानपुर (ब्यूरो) जल निगम एई अजमल हुसैन ने जानकारी दी कि वाटर लाइन में लीकेज होने से प्लांट को बंद कर दिया है। पीडब्लूडी से रोड कटिंग की परमीशन लेने के बाद ही खुदाई शुरू होगी। जिसमें कम से कम हफ्ते भर का समय लग सकता है। फिलहाल बैराज से होने वाली वाटर सप्लाई को रोक दिया गया है। लीकेज ठीक करने का काम तुरंत काम शुरू नहीं कर सकते हैं, क्योंकि पीडब्लूडी खुदाई करने पर आपत्ति करता है।
भ्रष्टाचार की लाइन में बार बार लीकेज
जेएनएनयूआरएम प्रोजेक्ट के तहत गंगा बैराज से फूलबाग तक 1600 एमएम की मेन फीडर लाइन बिछाई गई थी। इस लाइन को डालने में काफी भ्रष्टाचार भी हुआ। मालूम हो कि इन्हीं भ्रष्टाचार के मामलों में बीते दिनों जल निगम के कई मौजूदा और रिटायर्ड अधिकारियों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई थी। पाइप लाइन डालने में हुए भ्रष्टाचार की वजह से ही इस लाइन में भी वक्त वक्त पर लीकेज होता रहता है। जिससे 10 लाख आबादी को होने वाली पानी की सप्लाई प्रभावित हो जाती है। और लोगों को वाटर क्राइसेस का सामना करना पड़ता है।
इन एरियाज में रह सकती है वाटर क्राइसेस-
फजलगंज, गोविंद नगर, रतनलाल नगर, हरबंश मोहाल,चकेरी, जरीबचौकी,गुमटी, माल रोड, दर्शनपुरवा, बांसमंडी, विजय नगर, शास्त्री नगर, सागरपुरी, खाड़ेपुर, पांडु नगर,कलक्टरगंज, परेड, सिविल लाइंस, निराला नगर, नौबस्ता।