कानपुर (ब्यूरो)। रात्रिकालीन सेवा में लगातार बस चलाने के कारण तबीयत बिगडऩे से रोडवेज ड्राइवर की मौत हो गई। दिल्ली से लौटकर रावतपुर बस अड्डे पर पहुंचे ड्राइवर की अचानक तबीयत बिगड़ी। यूपी रोडवेज इंप्लाइज यूनियन के प्रांतीय अध्यक्ष शिवम त्रिपाठी का आरोप है कि ड्राइवर्स के साथ अनदेखी से पहले भी घटनाएं हो चुकी हैं।
सबक नहीं ले रहे अधिकारी
दरअसल, आजाद नगर डिपो की बस संख्या यूपी 78 एफटी 3327 पर चालक कौशल किशोर चतुर्वेदी को भेजा गया था। इसमें रात्रिकालीन सेवा पर दो चालक भेजने के नियम का पालन नहीं करने के कारण वह लंबी दूरी में लगातार बस चलाते रहे। इससे वापसी में रावतपुर बस अड्डे पहुंचने पर अचानक तबीयत बिगड़ी और उनका निधन हो गया।
जांच का दिया भरोसा
आरोप है कि ऐसे ही चार महीने पहले हरिद्वार मार्ग से लौट रही बस में भी दो चालक नहीं होने से झपकी आने के कारण हादसा हो गया था। इसमें चालक समेत 21 यात्री घायल हुए थे। इसके बाद भी सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक ने सबक नहीं लिया। शासन के स्पष्ट आदेश हैं कि रात्रिकालीन सेवा में दो चालक अनिवार्य रूप से भेजे जाएं। इसे लेकर ट्वीट करके शिकायत भी गई है। रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक लव कुमार ङ्क्षसह ने बताया, मामला संज्ञान में नहीं है। जांच कराकर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।