कानपुर (ब्यूरो) सोमवार को मड़ौली गांव में एसडीएम मैथा ज्ञानेश्वर प्रसाद, लेखपाल अशोक कुमार चौहान, रूरा एसओ दिनेश गौतम टीम के साथ सरकारी जमीन से कृष्णगोपाल दीक्षित का कब्जा हटाने पहुंचे थे। इस दौरान कृष्णगोपाल की पत्नी प्रमिला व उनकी बेटी नेहा ने झोपड़ी के अंदर खुद को बंद कर लिया था और अंदर आग लग गई थी। जेसीबी से आग वाले हिस्से को हटाने के दौरान वह वहीं गिर गया था। इसमें एसडीएम, लेखपाल व एसओ को निलंबित कर दिया गया साथ ही उनके अलावा 42 पर मुकदमा किया गया है जिसमें अज्ञात भी शामिल हैं।

न भागता तो मार दिया जाता

मामले में अशोक चौहान व जेसीबी चालक दीपक कुमार को गिरफ्तार किया गया था। गुरुवार को रूरा पुलिस ने मेडिकल कराने के बाद दोनों को जेल भेज दिया। आरोपी अशोक कुमार चौहान का कहना था कि तहसील में शिकायत के बाद जांच की थी, कब्जे वाली जमीन पर परिवार अपने पक्ष में रिपोर्ट के लिए रुपये तक देने को तैयार था पर उन्होंने इन्कार कर जो सही चीज थी उसकी ही रिपोर्ट दी थी, आंशिक कब्जा गिराने के दौरान धमकाया भी गया था इस पर ही मुकदमा कराया था। उस पर हमला किया गया और वाहन तोड़ दिया गया न भागता तो मार दिया जाता।

छप्पर कमजोर होने से वहीं गिर गया

वहीं बुलडोजर चालक दीपक कुमार का कहना था कि कब्जा गिराने पहुंचे थे तो अंदर जाकर मां बेटी ने आग लगा ली। हर तरफ शोर हो रहा था। जहां आग लगी है उसे पंजे से हटाकर अलग कर बचाने के लिए भी कहा गया। इस दौरान छप्पर कमजोर होने से वहीं गिर गया।