कानपुर (ब्यूरो) देर रात से पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने इस पूरे घटनाक्रम में खुद अगुवाई करते हुए घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक कराई। तड़के गोली मारने के एक आरोपी को पुलिस ने अरेस्ट किया। आरोपी तरु अग्रवाल एलएलबी का छात्र बताया जा रहा है। तरु ने कैंट थाने में सरेंडर कर दिया। घटना के वक्त वह गौतम के साथ ही था। वहीं इस मामले में पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर हत्या और एससी-एसटी एक्ट की धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। वहीं इस मामले में अभी तक दो तथ्य सामने आए हैं। साथ ही आरोपी के मुताबिक उसने हत्या नहीं की बल्कि यह हादसा था। यह हादसा भी गौतम के हाथों ही हुआ। जिसकी वजह से तमंचे से चली गोली उसे लग गई। पुलिस ने आरोपी तरू अग्रवाल को जेल भेज दिया है।
हत्या और एससी-एसटी की रिपोर्ट
गौतम की मौत के मामले में उसकी चाची संगीता की ओर से आरोपी एलएलबी छात्र व पड़ोसी तरु अग्रवाल के खिलाफ नामजद एफआईआर कराई है। हत्या की धारा 302 और एससी-एसटी एक्ट की धाराएं मुकदमे में लगाई गई हैं। आरोप है कि तरु अग्रवाल ने वर्चस्व के चलते गौतम को गोली मार दी। उसने जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए धमकी देकर गोली चलाई।
पीएम रिपोर्ट और सीसीटीवी फुटेज
इस मामले में पुलिस ने भले ही आरेापी के खिलाफ एससीएसटी एक्ट और हत्या की रिपोर्ट दर्ज की हो, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट व अन्य साक्ष्यों की भी पड़ताल चल रही है। जिससे पूरे घटनाक्रम और गोली कैसे चली, इस बाबत स्पष्ट जानकारी मिल सके। पुलिस कमिश्नर असीम अरुण के मुताबिक वीडियो फुटेज के आधार पर 10 से 12 चश्मदीदों की पहचान ही गई है। जिनसे पूछताछ होगी।
इसी महीने हुई थी बहन की शादी
फायरिंग में मरने वाले वकील गौतम दत्त अपने परिवार का एकलौता बेटा था। घर में दो बहने हैं। जिसमें से एक बहन की कुछ दिन पहले ही शादी हुई थी। पोस्टमार्टम हाउस में गौतम का परिवार पहुंचा तो बहनों को यकीन ही नहीं हो रहा था कि उनका भाई नहीं रखा। उन्हें सांत्वना देने के लिए परिजनों के साथ महिला पुलिस कर्मी भी थीं। पोस्टमार्टम के बाद शव बाहर ले जाया जा रहा था। तभी गौतम की मां सड़क पर ही बेहोश हो गई। घर की अन्य महिलाओं ने किसी तरह उन्हें संभाला। पुलिस ने भी सभी परिजनों को घर पहुंचाने के लिए अपनी गाडिय़ों में बैठाया और शव को सुरक्षा के साथ लाटूश रोड स्थित घर ले गए। जिसके बाद घाट पर ले जाकर गौतम के शव का अंतिम संस्कार कराया गया। इस दौरान पोस्टमार्टम हाउस से लेकर गौतम के घर और घाट पर भारी पुलिस बल मौजूद रहा। कचहरी परिसर में भी पुलिस फोर्स तैनात रही।