कानपुर (ब्यूरो) गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज से एमएस की पढ़ाई कर रही डॉ। प्रज्ञा हैलट की जेआर वन हैं। इस समय उनकी तैनाती उर्सला के जच्चा-बच्चा अस्पताल में है। बुधवार देर रात डॉ। प्रज्ञा अपनी स्कूटी से मेडिकल कॉलेज से हैलट जा रही थीं। थाने से चंद कदम की दूरी पर स्थित कट से जैसे ही वे मुड़ीं, मोतीझील की तरफ से आ रही अनियंत्रित हॉन्डा सिटी कार ने उनकी स्कूटी में टक्कर मार दी। हादसे में डॉ। प्रज्ञा गंभीर रूप से घायल हो गईं। हांडा सिटी ड्राइवर डॉ। प्रज्ञा को 50 मीटर तक खींचते ले गए। वहां मौजूद लोगों ने पुलिस को सूचना दी और डॉ। प्रज्ञा को हैलट में भर्ती कराया। मामले की जानकारी मिलते ही साथ में पढ़ाई कर रहे उनके पति डॉ। ऋषिकेश भी मौके पर पहुंच गए। हादसे में उनके सिर पर गंभीर चोट आने के साथ ही हाथ-पैर भी टूट गए हैं। स्वरूप नगर थाना प्रभारी ने बताया कि हादसे के बाद पुलिस ने जांच शुरू की तो कुछ दूरी पर कार खड़ी मिली। लेकिन उसमें नंबर प्लेट नहीं थी। कार की चेचिस नंबर से आरोपी ड्राइवर का पता लगाया जा रहा है।
मामले को दबाने का आरोप
हादसे में घायल डॉक्टर के परिजनों का कहना है कि पुलिस ने मौके से कार बरामद कर ली है। लेकिन मामला हाईप्रोफाइल होने के चलते पुलिस कार्रवाई के बजाए मामले को दबाने में जुटी है। देर रात को हादसा हुआ था, लेकिन गुरुवार दोपहर तक पुलिस ने मामले में रिपोर्ट दर्ज नहीं की है। कार बरामद कर ली और गाड़ी में शराब की बोलत समेत अन्य नशे का सामान मिला है। इससे साफ है कि कार चालक नशे में धुत होकर गाड़ी चला रहा था। इसके बाद उसने हादसे को अंजाम दिया।