कानपुर (ब्यूरो) इस साल पहली बार ऐसा हुआ है जब बिजली के रेट बढ़ाने की बजाए घटाए गए हैं। यूपी इलेक्ट्रिसिटी सिटी रेगुलेटरी कमीशन ने जुलाई के लास्ट वीक में नया पॉवर टैरिफ घोषित किया था, जो कि 4 अगस्त से लागू किया जाना था। पर केस्को ने नया पॉवर टैरिफ सितंबर में लागू किया। नए पॉवर टैरिफ में 500 यूनिट से अधिक प्रति माह खर्च करने पर लगने वाले 7 रुपए प्रति यूनिट के स्लैब को हटा दिया था। इसी तरह कॉमर्शियल कन्ज्यूमर्स को रिलीफ फिक्स्ड चार्ज में खासी राहत दी थी।
कब मिलेगी रिलीफ
कॉमर्शियल कन्ज्यूमर्स की भी सितंबर में नए पॉवर टैरिफ के मुताबिक बिलिंग की जा रही है। इसमें 4 किलोवॉट तक कॉमर्शियल का फिक्स्ड चार्ज 330 रुपए प्रति किलोवॉट प्रति माह लगाया जा रहा है, जबकि पहले 2 किलोवॉट कनेक्शन वाले कॉमर्शियल कन्ज्यूमर्स के लिए यह फिक्स्ड चार्ज 330 रुपए और 3 व 4 किलोवॉट वाले कन्ज्यूमर्स के लिए 390 रुपए प्रति किलोवॉट प्रति माह था। लेकिन केस्को ने अगस्त में पुराने पॉवर टैरिफ के हिसाब से बिलिंग की। इससे कानपुराइट्स को न तो अगस्त में और न ही सितंबर में ही यूपीईआरसी की दी गई रिलीफ मिल सकी है।
एक लाख से अधिक कन्ज्यूमर
केस्को इम्प्लाइज के मुताबिक सिटी में 6.81 लाख से अधिक इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन हैं। इनमें से करीब 1.50 लाख ऐसे कन्ज्यूमर हैं, जिनकी प्रति माह बिजली की खपत 500 यूनिट से अधिक है। नए पॉवर टैरिफ में सबसे अधिक फायदा इन्हीं कन्ज्यूमर्स को होने वाला था। क्योंकि यूपीईआरसी ने 500 यूनिट प्रति माह से अधिक खर्च पर लगने वाला 7 रुपए प्रति यूनिट का स्लैब हटा दिया है। इनकी बिलिंग 300 यूनिट से अधिक प्रति माह खर्च वाले स्लैब 6.50 रुपए प्रति यूनिट से हिसाब ही की जानी है। केस्को के डायरेक्टर संजय श्रीवास्तव ने बताया कि अगर धनराशि एडजस्ट नहीं की गई तो अगले महीने बिल के साथ लौटाई जाएगी।
पॉवर टैरिफ
यूनिट -- पहले रेट--अब नए रेट
0-150-- 5.50 --5.50
151-300-- 6.0 -- 6.0
301-500-- 6.50 - 6.50
501 से अधिक-7.0--6.50
(रेट रुपए प्रति यूनिट में हैं)
जून में कन्ज्यूमर्स की बिजली खपत
यूनिट -- कन्ज्यूमर्स
0-150-- 2.39 लाख
151-300-- 1.74 लाख
301-500-- 1.10 लाख
501 से अधिक--1.49 लाख
(बिजली खर्च यूनिट में और जून माह की है)