कानपुर (ब्यूरो) तीन जून 2022 को नई सडक़ व चंद्रेश्वर हाता के पास जुमे की नमाज के बाद उपद्रव हुआ था। जिसमें बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार बाबा और बिल्डर हाजी वसी ने चंद्रेश्वर हाता खाली कराने के लिए एक करोड़ रुपये में सौदा किया था। इसे लेकर भाजपा प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा की टिप्पणी को लेकर बाजार बंदी की घोषणा हुई थी। विरोध को लेकर शुरू हुआ विवाद कुछ देर में उपद्रव में बदल गया था। बवालियों ने पुलिस पर पथराव, फायरिंग और बमबाजी की थी।
इन लोगों की हुई थी गिरफ्तारी
पुलिस ने मुकदमे दर्ज कर मुख्य साजिशकर्ता हयात जफर हाश्मी, जावेद अहमद, बाबा बिरयानी रेस्टोरेंट के मालिक मुख्तार बाबा, बिल्डर हाजी वसी समेत कई लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। एसआईटी की जांच में बिल्डर हाजी वसी और मुख्तार बाबा ने फंडिंग की थी। सात माह पहले पुलिस ने बिल्डर हाजी वसी को गैंग लीडर बनाकर बाबा बिरियानी रेस्टोरेंट के मालिक मुख्तार बाबा, डी-टू के अतीक खिचड़ी और शफीक को सदस्य बनाकर गैंगस्टर की कार्रवाई की थी। जबकि बिल्डर वसी समेत पांच के खिलाफ रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) की कार्रवाई की थी। पुलिस ने इन पर शिकंजा कसने के लिए संपत्तियों को चिह्नित करने का काम शुरू किया था। पुलिस सूत्रों ने बताया कि संपत्तियां चिह्नित करने का काम पूरा हो गया है। इसी सप्ताह से संपत्तियां जब्त की जाएंगी। इसके लिए संपत्तियों का ब्योरा जुटाया जा रहा है।
36 सक्रिय अपराधी चिह्नित
कमिश्नरेट पुलिस पहले चरण में सक्रिय अपराधियों पर गैंगस्टर की कार्रवाई करने जा रही है। इसके लिए सीसीटीएनएस से मुकदमों का ब्योरा निकलवाकर ऐसे लोगों की सूची तैयार की है जिन पर अपहरण, रंगदारी, गुंडागर्दी, हत्या का प्रयास आदि संगीन धाराओं के एक से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि अपराध में सक्रिय रहने वाले अपराधियों को शामिल किया गया है। तैयार सूची में हैप्पी मिश्रा, राकी यादव, बर्रा का हिस्ट्रीशीटर अजय ठाकुर, पनकी थाने का हिस्ट्रीशीटर अभिषेक चौबे समेत 36 लोगों के नाम शामिल किए गए हैं।