कानपुर (ब्यूरो) रामपुर लुधवाखेड़ा गांव निवासी किसान बबलू निषाद का 14 वर्षीय पुत्र सौरभ सातवीं कक्षा का छात्र था। पड़ोसी गांव नत्थापुरवा के ऊदन निषाद को शक था कि सौरभ के उनकी बेटी से प्रेम संबंध हैं। मंगलवार रात सौरभ गांव के राकेश, सनी और कौशल के साथ एक मुंडन संस्कार में उन्नाव परियर गया था। देर रात चारों दो बाइकों से घर लौट रहे थे। नत्थापुरवा के पास ऊदन ने बेटे सोनू के साथ सौरभ को लोहे की राड फेंककर मारी जिससे वह गिर पड़ा और साथी भाग निकले। साथियों ने ये बात बबलू को बताई। बबलू नत्थापुरवा में ऊदन के घर बेटे के बारे में पूछने पहुंचा तो उसने इन्कार कर दिया। जिसके बाद बबलू ने ग्वालटोली थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई।
तालाब में छिपा दिया शव
ग्वालटोली पुलिस ने जब ऊदन को गिरफ्तार कर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने सौरभ की हत्या की बात कबूली। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने गांव के बाहर मंदिर के पास स्थित तालाब से सौरभ का शव बरामद किया। उसने बताया कि बेटे सोनू के साथ मिलकर दोनों हाथ पीछे बांधकर सिर और चेहरा कुचलने के साथ ही सरिया घोपकर उसकी हत्या की थी। इसके बाद शव को तिरपाल से ढककर तालाब में छिपा दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर की चार हड्डियां टूटने से मौत की पुष्टि हुई है।
- बेटी से प्रेम संबंधों के शक में पिता-पुत्र ने सौरभ की हत्याकर शव को गांव के बाहर तालाब में छिपा दिया गया। शव बरामद कर आरोपी पिता को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
- अमरनाथ यादव, एसीपी कर्नलगंज
राकेश की जगह चली गयी सौरभ की जान
पूछताछ के दौरान हत्यारोपित ऊदन ने बताया कि गांव का राकेश उसकी बेटी के पीछे पड़ा हुआ था। मंगलवार रात राकेश ने उसकी बेटी को फोन पर बुलाया था उसने राकेश को पकडऩे का प्रयास किया और लोहे की राड फेंककर मार जो सौरभ को जा लगी। उसने कहा कि राकेश को भेज दो तो वह सौरभ को छोड़ देगा लेकिन कोई नहीं गया और सभी भाग निकले। जिसके बाद पिता-पुत्र ने मिलकर सौरभ को मार डाला। एसीपी ने बताया कि ऊदन की बेटी का पहले राकेश से प्रेम प्रसंग चल रहा था इधर करीब एक महीने से वह सौरभ से काफी मिलने जुलने लगी थी जिसे ऊदन और बेटे सोनू ने देख लिया था। बबलू ने बताया कि अगर रात में सौरभ के साथी घटना की जानकारी दे देते तो शायद उनके बेटे की जान बच जाती।