कानपुर (ब्यूरो) झींझक के श्रीनगर निवासी अजय दीक्षित का 16 साल का बेटा मानस गुरुवार दोपहर को घर पर अकेला था। संदिग्ध हालात में उसके सीने में गोली लगने से मौत हो गई। वारदात के समय पिता अजय खेत की ओर गए थे, काफी देर तक बेटे का फोन न उठने पर वह घर पहुंचे। आगे का दरवाजा बंद था। काफी आवाज देने पर दरवाजा नहीं खुला तो वह पीछे की तरफ गए और बाउंड्री फांदकर घर के अंदर पहुंचे।
पीछे से जाकर खिड़की खोली
अजय ने दरवाजे से सटी खिड़की से हाथ डालकर कुंडी खोल ली। अंदर देखा तो लहूलुहान हालत में बिस्तर पर बेटे का शव पड़ा था। इसके बाद तो घर में कोहराम मच गया। चीख सुनकर आसपास के लोग भी जुट गए। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी एसके मिश्र मौके पर पहुंचे और छानबीन की। फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया जिससे मौके से सबूत एकत्र किए।
दोनों एंगल पर जांच
पिता ने पुलिस को बताया कि बेटे की किसी ने हत्या कर दी है और पीछे के रास्ते से भाग निकला। वारदात को अंजाम देने वाला ये बखूबी जानता था कि दरवाजा खिड़की से बंद और खुल जाता है। उसने इसी का फायदा उठाया। थाना प्रभारी ने बताया कि आत्महत्या व हत्या दोनों बिंदुओं पर पुलिस जांच कर रही है। घर के अंदर कौन आया और कौन इस परिवार का दुश्मन है। जल्द ही इसका पता लगेगा और वारदात का खुलासा होगा।
फोन पर आती रही कॉल
घटना के बाद मानस के फोन पर किसी लड़की की कॉल लगातार आती रही। पुलिस के मुताबिक वह मानस की दोस्त है और उससे व बाकी लोगों से घटना के कारण का पता किया जाएगा। हालांकि, पुलिस इस बात को लेकर हैरान है कि अगर गोली चली तो आसपास किसी ने आवाज क्यों नहीं सुनी? किसी बाहरी ने आकर हत्या की तो उसे आते जाते किसी ने कैसे नहीं देखा। पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।