-गंगा में प्रदूषण की स्थिति देखने पहुंची पॉर्लियामेंट स्टैंडिंग कमेटी ने निरीक्षण के नाम पर महज औपचारिकता निभाई
- जहां गंगा सबसे साफ वहां से देखा प्रदूषण का हाल, गंगा में गिर रहे दर्जनों नालों को देखना भी जरूरी नहीं समझा
- सूरज ढलने के बाद टीम पहुंची गंगा का हाल देखने, महज 55 मिनट में पूरा किया निरीक्षण, लखनऊ वापसी की दिखी जल्दी
- कमेटी में 31 सांसदों को आना था, लेकिन पहुंचे सिर्फ 6, एक ने तो लखनऊ से 'ऑनलाइन' ही कर डाला निरीक्षण
- गंगा को प्रदूषित करने के सबसे बड़े गुनहगार विश्व विख्यात सीसामऊ नाले का हाल भी नहीं देखा संसदीय टीम ने
- कमेटी के अध्यक्ष कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा भी नहीं पहुंचे, आािखर पार्लियामेंट को कौन सी रिपोर्ट सौंपेगी कमेटी
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KANPUR : गंगा की सफाई को लेकर देश के साथ ही पूरे विश्व में कई मंचों पर इसकी चर्चा की जाती है। गंगा को निर्मल बनाना पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। वाराणसी से चुनाव लड़ने के दौरान मोदी ने कहा था कि उन्हें तो मां गंगा ने बुलाया है। इसके बाद भी बीते साढ़े चार सालों में गंगा के हालात नहीं बदले। गंगा के नाम पर किस तरह खानापूर्ति और औपचारिकता की जा रही है, इसका एक और नमूना मंडे को देखने को मिला। गंगा की 'सेहत' का हाल देखने कानपुर आई पार्लियामेंट स्टैंडिंग कमेटी महज 'पिकनिक' मनाकर वापस चली गई।
गंगा के को लेकर सरकारें कितना गंभीर हैं इसका अंदजा इस बात से लगा लीजिए कि कमेटी में 31 सांसदों को कानपुर आना था लेकिन पहुंचे सिर्फ छह। महज 55 मिनट में इधर-उधर झांककर कमेटी का निरीक्षण पूरा हो गया। सूरज ढलने के साथ शाम 5 बजकर 10 मिनट पर टीम गंगा बैराज पहुंची और 6.05 बजे अंधेरा होते ही रवाना हो गई। जाजमऊ में टेनरी संचालकों के विरोध के चलते टीम वहां नहीं पहुंची। कमेटी में 31 लोगों को आना था, लेकिन सिर्फ 6 सांसद ही निरीक्षण करने पहुंचे। जिसमें 2 राज्यसभा और 4 सांसद लोकसभा से थे। एक सांसद जी ने तो लखनऊ से बैठे-बैठे ही निरीक्षण कर लिया। कमेटी के चेयरमैन आंनद शर्मा भी नहीं आए।
अधिकारियों की 'सफाई'
पार्लियामेंट्री स्टैंडिंग कमेटी ऑन साइंस एंड टेक्नोलॉजी, एन्वायरमेंट एंड फॉरेस्ट की टीम को गंगा में प्रदूषण पर अपनी रिपोर्ट संसद में पेश करनी है। कमेटी ने सबसे पहले गंगा बैराज से गंगा को देखा और इसके बाद सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस में अधिकारियों से मुलाकात की। इसके बाद गंगा बैराज पर निर्माणाधीन घाट से भी उन्होंने गंगा का हाल देखा। अधिकारियों ने भी कमेटी को उस घाट का निरीक्षण कराया, जहां से गंगा दूर से साफ नजर आती हैं और पानी अधिक होने की वजह से गंगा में प्रदूषण भी नहीं दिखता है। जबकि शहर के अंदर बह रही गंगा में पॉल्यूशन की मात्रा भी अधिक है और घाटों के किनारे गंदगी भी काफी है।
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सीसामऊ नाला भी नहीं देखा
गंगा में प्रदूषण के सबसे बड़े गुनाहगार सीसामऊ नाला को भी टीम ने नहीं देखा, जबकि पूरे दिन अधिकारी भैरवघाट पंपिंग स्टेशन को चमकाने में लगे रहे। इसके साथ ही कमेटी को जाजमऊ एसटीपी और सीईटीपी का निरीक्षण भी करना था, लेकिन वहां भी कमेटी नहीं गई। इससे अधिकारियों ने राहत की सांस ली। कमेटी अपनी रिपोर्ट तैयार कर संसद में पेश करेगी। निरीक्षण के दौरान कमेटी के साथ नमामि गंग के टेक्निकल डायरेक्टर संदीप, डीएम विजय विश्वास पंत, एसएसपी अनंत देव, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी कुलदीप मिश्रा, नगर आयुक्त संतोष कुमार शर्मा, जल निगम जीएम आरके अग्रवाल सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
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टेनरी संचालक करते रहे इंतजार
पार्लियामेंट स्टैंडिंग कमेटी के आगे अपनी बात रखने के लिए वाजिदपुर सीईटीपी के गेट पर दर्जनों टेनरी संचालक पहुंचे। अधिकारियों को इस बात की भनक लगते ही कमेटी को जाजमऊ ले जाने की बजाय सीधे गंगा बैराज लेकर पहुंचे। हालांकि कमेटी को 2.30 बजे आना था, लेकिन काफी देरी से कमेटी के लोग पहुंचे। स्मॉल टेनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अफीजुर्रहमान के मुताबिक टेनरी संचालकों का उत्पीड़न किया जा रहा है। कमेटी के संज्ञान में लाना चाहते थे कि सीईटीपी के मरम्मत का कार्य पूरा किया जा चुका है, लेकिन उसके बाद भी टेनरीज को बंद रखा गया है। नगर आयुक्त संतोष कुमार शर्मा और एडीएम सिटी विवेक श्रीवास्तव टेनरी संचालकों को समझाते रहे, लेकिन वह नहीं माने और सीईटीपी के गेट पर ही कमेटी का इंतजार करते रहे।
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चेयरमैन भी नहीं आए
31 सदस्यीय कमेटी के चेयरमैन संसद सदस्य आनंद शर्मा हैं। कमेटी यूपी में 3 से 6 दिसंबर तक रहेगी और लखनऊ, कानपुर व वाराणसी का निरीक्षण करेगी। इसके बाद टीम कोलकाता अपने स्टडी टूर पर रवाना होगी।
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ये सांसद आए
राज्यसभा
-प्रसन्ना आचार्य
-एसआर बालासुब्रमण्यम
लोकसभा
-ईटी मोहम्मद बसीर
-विक्रम ओसैंडी
-दद्न मिश्रा
-वसंती एम
-पीपी चौहान (लखनऊ आए लेकिन कानपुर नहीं)
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टाइम लाइन
-5.10 बजे गंगा बैराज कमेटी गंगा बैराज पहुंची।
-5.20 बजे सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस पहुंचे।
-5.40 बजे तक अधिकारियों से जानकारी की।
-6.10 बजे गंगा बैराज घाट का हाल देखा।
-6.05 बजे लखनऊ के लिए रवाना हुई टीम।
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कमेटी ने गंगा में पॉल्यूशन का निरीक्षण करने के लिए आई है। रिपोर्ट तैयार कर संसद में पेश की जाएगी। हम आए हैं, हमने देखा और अब हम जा रहे हैं।
-प्रसन्ना आचार्य, राज्यसभा सांसद व कमेटी के सदस्य।