- टीचर्स को कोविड संक्रमण से बचाने के लिए उठाया कदम, शिक्षक संगठन के पदाधिकारियों ने भी की थी मांग

- 20 मई तक घर से ही ऑनलाइन पढ़ाएंगे बच्चों को, रोजाना 5 बच्चों से बात कर उनकी स्टडी का हाल भी पूछेंगे

KANPUR: कोरोना वायरस का कहर थम नहीं रहा है। टीचर्स उसकी चपेट में न आए इसके लिए तैयारी शुरू हो गई है। अब टीचर्स 20 मई तक वर्क फ्रॉम होम पर रहेंगे। प्राइमरी और जूनियर स्कूलों में पढ़ाने वाले टीचर्स कोविड-19 की चपेट में न आए इसे ध्यान में रखकर यह फैसला लिया गया है। इन स्कूलों में आठ हजार टीचर पढ़ाते हैं। अब यह सभी घर से ही बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाएंगे। थर्सडे को यह जानकारी बीएसए डॉ। पवन तिवारी ने दी।

पांच बच्चों से डेली करनी होगी बात

बीएसए ने निर्देश जारी किए हैं कि हर टीचर डेली कम से कम पांच बच्चों से बात करेंगे। उनकी पढ़ाई कैसी चल रही यह पूछेंगे और यदि किसी स्टूडेंट को पढ़ाई करने में दिक्कत हो रही है तो उनकी पढ़ाई कैसे हो सकेगी इसका सॉल्यूशन निकालने पर ध्यान देना होगा। यदि किसी बच्चे के घर में स्मार्ट फोन नहीं है तो ऐसे बच्चों को अपने किसी रिश्तेदार या पड़ोस में रहने वाले दूसरे बच्चे से सहायता लेनी होगी।

लापरवाही पर मिलेगी नोटिस

बीएसए ने कहा, जो टीचर लापरवाही करेंगे, उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी की जाएगी। दरअसल कुछ दिनों पहले शिक्षक संगठन के पदाधिकारियों ने व‌र्क्र फ्रॉम होम की मांग उठाई थी। इस पर शासन से फैसला लिया गया। घर से काम करते समय शिक्षकों को मिशन प्रेरणा से संबंधित सभी कार्यों की ऑनलाइन रिपोर्ट तैयार करनी होगी। इसके अलावा बच्चों को भी ऑनलाइन पढ़ाना होगा।

मिशन प्रेरणा के तहत क्या करना होगा?

- बच्चों को मैथ्स और अन्य भाषाओं का लक्ष्य पूरा कराना

- मिडडे मील के तहत खाद्यान्न व परिवर्तन लागत की राशि पहुंचाना

- टीचर्स को अपनी डायरी बनानी होगी

- गुरुजी को डेली पांच्-पांच बच्चों से फोन पर बात करनी होगी