कानपुर (ब्यूरो) चकेरी रामादेवी के सफीपुर-2 निवासी सुबोध कुमार शर्मा एयरफोर्स से रिटायर हैैं और वर्तमान में सेंट्रल बैैंक ऑफ इंडिया में कार्यरत हैैं। परिवार में 44 साल की पत्नी अंजू शर्मा, बेटी अदिति और बेटा अखिल शर्मा हैै। अंजू शर्मा उन्नाव स्थित प्राइमरी विधालय में शिक्षिका थीं। शनिवार को पूरा परिवार पिकनिक मनाने चिडिय़ाघर गया था। दोपहर करीब साढ़े तीन बजे बच्चों ने ट्वॉय ट्र्ेन पर बैठने को कहा। माता-पिता ने बच्चों को ट्रेन पर बैठा दिया। इसके बाद अंजू भी ट्रेन में चढऩे लगीं, इसी दौरान ड्राइवर ने ट्रेन आगे बढ़ा दी। जिससे असंतुलित होकर अंजू ट्रेन के पहियों की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गईं।
हादसा देख लोग भागने लगे
हादसा होते ही वहां हड़कंप मच गया। खून देख कर लोग इधर उधर भागने लगे। इसी बीच जू मैनेटमेंट की मदद से परिवार वाले अंजू को लेकर हैलट अस्पताल पहुंचे। जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस पर परिवार वाले हैलट इमरजेंसी में रोने पीटने लगे। वहां भीड़ लग गई। एसीपी स्वरूप नगर पुलिस की टीम के साथ पहुंचे और परिवार वालों को ढांढस बधाया।
2014 में चली थी ट्वॉय ट्रेन
2014 से चिडिय़ाघर में बच्चों और सैलानियों को घुमाने के लिए ट्वॉय ट्र्ेन का संचालन शुरू किया गया था। ट्रायल के दौरान ट्वॉय ट्र्ेन एक बार पहले भी पलट चुकी है, लेकिन उसमें किसी को चोट नहीं आई थी। इस ट्वॉय ट्रेन की मैक्सिमम स्पीड 30 किलोमीटर प्रति घंटा है। आम तौर पर इसे 10-12 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से चलाया जाता है। ताकि उसमें बैठे लोग बाड़े के जानवरों को देख सकें।
चिडिय़ाघर के अंदर हादसा हुआ है। फॉरेंसिक टीम से घटनास्थल की जांच कराई जाएगी। अभी तक परिवार वालों ने तहरीर नहीं दी है, तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
मो। अकमल खां, एसीपी स्वरूप नगर
महिला चलती ट्रेन में बैठने की कोशिश कर रही थीं। उसी दौरान खंभे से टकराने के कारण हादसा हुआ। तुरंत उन्हें अस्पताल भेजा गया, लेकिन उनकी जान नहीं बच सकी। परिजनों से बात हुई तो उन्होंने घटना को हादसा बताया है।
- नावेद इकराम, रेंजर चिडिय़ाघर