कानपुर (ब्यूरो) गांधीग्राम गोपाला अपार्टमेंट निवासी संजय गौड़ की शिवकटरा मोड़ के पास रामा आयरन ट्रेडर्स के नाम से दुकान है। रोजाना की तरह वह अपनी दुकान पर बैठे हुए थे और दिन भर के लेन देन का हिसाब किताब कर रहे थे। इसी दौरान अपाचे बाइक सवार तीन बदमाश उनके प्रतिष्ठान पर पहुंचे और लूटपाट शुरू कर दी। लूटपाट का विरोध करने पर बदमाशों ने संजय गौड़ के सीने में गोली मार दी, जिससे उनकी मौत हो गई। दावा किया जा रहा है कि बदमाश लगभग पांच लाख रुपये की नगदी लूटकर फरार हो गए हैं।

तार से तार जोडक़र

अब तक पुलिस को कुछ खास हासिल नहीं हुआ है,मगर कुछ दिनों पहले मिली एक सूचना ने पुलिस को सोनकर गिरोह के बारे में सोचने के लिए विवश कर दिया है। असल में चकेरी क्षेत्र में शुक्ला सोनकर और उसके भांजे राजा बाबू सोनकर गिरोह का वर्चस्व है। राजा बाबू इस समय जेल में है, जबकि शुक्ला सोनकर जमानत पर बाहर है।

शूटर्स बुलवाए गए थे

पुलिस सूत्रों के मुताबिक कुछ दिनों पहले पुलिस को सूचना मिली थी कि सोनकर गिरोह ने किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए झारखंड और कटिहार से कुछ शूटर बुलवाए हैं। पुलिस को इसकी भनक लगी, लेकिन तब तक शूटर भी गायब हो गए। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि इस वारदात को अंजाम देने में सोनकर गिरोह के ही शूटरों का हाथ है।

सोनकर गिरोह पर नजर

इस बात की संभावना इसलिए भी बढ़ रही है, क्योंकि दिसंबर 2020 में व्यापारी विष्णु गुप्ता से भी इसी तर्ज पर लूट की कोशिश की गई थी। गोली उसकी पीठ में लगी थी। गंभीर हालत में वह कई दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहा, मगर बच गया। उस वक्त भी सोनकर गिरोह का नाम सामने आया था, मगर गलत नामजदगी की वजह से पुलिस ने मामले में एफआर लगा दी थी। अब इस वारदात के सामने आने के बाद पुलिस पुरानी वाली घटना को भी टटोल रही है। हालांकि जांच में जुटे अफसर इस बारे में कुछ भी बताने से इन्कार कर रहे हैं।