कानपुर(ब्यूरो)। नगर निगम शहर के अलग-अलग हिस्सों में मौजूद छोटे-बड़े मंदिरों के आसपास की व्यवस्थाओं को सुधारने जा रहा है। इसमें ड्रिकिंग वाटर, इंटरलॉकिंग, साफ-सफाई से लेकर पार्किंग की व्यवस्था शामिल है। इसके लिए शहर भर में 491 मंदिरों को जोनवाइज चिन्हित किया गया है। इसमे सबसे ज्यादा जोन एक और जोन छह के मंदिर शामिल है। इस संबंध में नगर आयुक्त शिवशरणप्पा जीएन ने सभी जोनल अधिकारियों को व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए कहा है। जल्द ही इन कार्यो को शुरू जाएगा।
करोड़ों खर्च करता नगर निगम
दरअसल, प्रमुख त्योहारों के आयोजनों पर नगर निगम हर साल लगभग दस करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च करता है, जबकि आम दिनों में प्रत्येक वर्ष लगभग दो करोड़ रुपए से अधिक खर्च करता है। महापौर प्रमिला पांडे का कहना है कि मंदिर और मस्जिद आने-जाने वालों को दिक्कत न हो, इसके लिए नगर निगम विकास कार्य कराता है। इसी के तहत यह तैयारी की जा रही है।
मंदिर के रास्ते होंगे दुरुस्त
मंदिरों के आसपास की व्यवस्थाओं को लेकर नगर निगम ने खाका तैयार किया है। नगर आयुक्त ने मंदिर तक पहुंचने वाले मार्ग को ठीक किया जाएं। रास्तों में लाइटिंग हो, कहीं भी कूड़ा न फैला हो। साथ ही ये भी सुनिश्चित किया जाए कि सीवर लाइन में ओवरफ्लो और जलभराव किसी भी हालत में नहीं होना चाहिए। अभी तक मंदिरों को प्रमुख त्योहारों पर नगर निगम सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करता था, लेकिन अब ये रोज किया जाएगा।
इन प्रमुख मंदिरों पर ध्यान
आनंदेश्वर मंदिर परमट, पनकी धाम, सिद्धनाथ मंदिर, बनखंडेश्वर मंदिर, दक्षिणेश्वर मंदिर, शनिदेव मंदिर, जागेश्वर मंदिर, रामलला मंदिर, वेंकेटेश्वर बालाजी मंदिर, काली माता मंदिर, हंस मंदिर, काली मठिया, बारादेवी, तपेश्वरी देवी, जंगली देवी मंदिर आदि अन्य प्रमुख मंदिर शामिल है।
कब्जा करने वालों पर गिरेगी गाज
शहर के प्राचीन मंदिरों पर कब्जा हटाने को लेकर भी महापौर प्रमिला पांडे ने मुहिम चलाई है। उन्होंने शहर के कई मंदिरों को चिन्हित किया है, जहां अवैध कब्जे हैं। ऐसे में कब्जे हटाने का भी खाका तैयार किया जा रहा है। सर्वे हो रहा है कि जोन वाइज कितने मंदिर हैं और इनका वर्तमान में क्या हालत है। रिपोर्ट तैयार होने के बाद मंदिरों पर कब्जा करने वालों को खिलाफ गाज गिरनी तय है। इसके अलावा उन्हें भी चिन्हित किया जा रहा है, जो मंदिर के नाम पर अवैध कब्जा किए बैठे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
ये सभी काम किए जाएंगे
- रास्ते में स्ट्रीट लाइट की होगी व्यवस्था
- कूड़ा उठान के लिए कर्मचारी की तैनाती
- मंदिरों के आसपास लगाए जाएंगे डस्टबिन
- पार्किंग की व्यवस्था में सुधार किया जाएगा
- कूड़ा फेंकने के लिए पर्याप्त डस्टबिन लगेंगे
- साफ और शुद्ध पीने के पानी की व्यवस्था होगी
- ओवरफ्लो और जलभराव पर विशेष नजर रखेंगे
- आसपास के नाला-नालियों की रोज सफाई होगी
- आसपास कीटनाशक दवाओं का छिडक़ाव होगा
- मंदिर तक जाने वाले मार्ग किए जाएंगे व्यवस्थित
जोन वाइज कितने मंदिर चिन्हित
जोन-1----130
जोन-2-----91
जोन-3-----114
जोन-4-----15
जोन-5-----15
जोन-6-----126
कुल-------491