कानपुर( ब्यूरो)। लॉस रिडक्शन के लिए केस्को अंडरग्र्राउंड पॉवर सप्लाई नेटवर्क के साथ एबी केबिल बिछा रहा है। वहीं अब पॉवर सप्लाई बेहतर करने के लिए पूरी सिटी में स्काडा सप्लाई और हाईटेंशन लाइनों (11 व 33 केवी) पर फोकस करने की तैयारी की है। 11 व 33 केवी की नई लाइन बिछाने के साथ डैमेज व पुरानी भी बदलेगा। इससे ब्रेकडाउन के कारण सबस्टेशन ठप होने की समस्या कम हो जाएगी। ऑल्टरनेट लाइन भी हो जाने से पॉवर सप्लाई चालू हो जाएगी। इस प्रोजेक्ट को अब स्टेट कैबिनेट से अप्रूवल मिलना बाकी है। यूपीपीसीएल व सेंट्रल गवर्नमेंट की आरईएसी की सहमति पहले ही मिल चुकी है।

एबी केबिल बिछाई जा रही
सेंट्रल गवर्नमेंट की रिवैम्प्ड डिस्ट्रिब्यूशन सेक्टर स्कीम के अन्र्तगत लॉस रिडक्शन प्रोजेक्ट के काम सिटी में शुरू हो चुके हैं। 477 करोड़ रुपए के इस प्रोजेक्ट के तहत मेन फोकस बिजली चोरी व लाइन-लॉस रोकने के लिए एलटी लाइनों को एबी केबिल में बदलना और अंडरग्र्राउंड पॉवर सप्लाई नेटवर्क बिछाना है। जिससे लोग कटियाबाजी न कर सके। इससे पुरानी व डैमेज एलटी लाइनें बदलती जा रही है।

सभी सबस्टेशन में स्काडा सिस्टम
सेंट्रल गवर्नमेंट ने इसी स्कीम के दूसरे चरण में मॉडर्नाजेशन के लिए केस्को से डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट मांगी। केस्को ने लगभग 1100 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट बना कर भेज दिया है। केस्को ऑफिसर्स के मुताबिक यूपीपीसीएल और आरईसी से इसे सहमति मिल चुकी है। इसमें ऑटोमैटिक पॉवर सप्लाई सिस्टम स्काडा को शामिल किया गया है। पहले ही स्मार्ट सिटी एरिया में शामिल 14 सबस्टेशन को स्काडा प्रोजेक्ट से चलाया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट में अब 94 में से शेष बचे सबस्टेशन को शामिल किया जा रहा है। इस पर करीब 170 करोड़ रुपए खर्च होने का केस्को ऑफिसर्स का अनुमान है।

बदलेंगी डैमेज लाइनें
केस्को के सिटी में 94 सबस्टेशन है। इन सबस्टेशंस को पनकी, आजाद नगर, जवाहरपुरम, बिठूर, दादा नगर, मेहरबान सिंह का पुरवा, नौबस्ता, कृष्णानगर, साउथ सिटी रूमा आदि 220 व 132 केवी ट्रांसमिशन सबस्टेशन से 33 केवी लाइनों के जरिए सप्लाई मिलती है। केस्को इंजीनियर्स के मुताबिक इस प्रोजेक्ट में पुरानी व डैमेज लाइनें बदलेगी। इसके साथ ही करीब 162 करोड़ रुपए से 268 किलोमीटर 33 केवी नई लाइन भी बनाई जाएगी।

521 किमी रीकंडक्टरिंग
इसके अलावा 254 किलोमीटर 33 केवी लाइन की रीकंडक्टरिंग की जाएगी। यही नहीं 120 करोड़ रुपए से 267 किलोमीटर लंबी 11 केवी नई लाइन बनाई जाएगी और 286 किलोमीटर बदली जाएगी। ऑफिसर्स का कहना है कि रीकंडक्टरिंग व नई लाइनें बनने से ब्रेकडाउन कम हो जाएंगे। ऑल्टरनेट सिस्टम भी हो जाएगा। इससे 33 केवी सबस्टेशन व 11 केवी फीडर बन्द होने पर एकसाथ हजारों घरों को पॉवर क्राइसिस से राहत मिलेगी।