कानपुर (ब्यूरो)। हर पोलिंग सेंटर की स्टडी कर उसकी रिपोर्ट तैयार करें। उसमें इलेक्शन के दौरान हो चुकी छिटपुट वारदात को भी रिपोर्ट में शामिल करें। क्रिटिकल, बल्नरेबल बूथों का ब्योरा दो दिन में तैयार कर लें। सामने आने वाली प्रॉब्लम में बिजली, पानी, रोड, दिव्यांग रैंप व आने-जाने के रूट की रिपोर्ट बनाएं। किसी भी स्थिति में पोलिंग सेंटर्स पर खामी नहीं रहनी चाहिए। डीएम व ड्रिस्ट्रिक इलेक्शन अफसर विशाख जी ने एचबीटीयू कैंपस के शताब्दी भवन में पुलिस सेक्टर अधिकारी व सेक्टर अधिकारियों को ट्रेनिंग देने के साथ निष्पक्ष, शांतिपूर्ण वोटिंग के गुर सिखाए।

क्रिमिनल्स माइंडसेट
डीएम ने कहा कि आयोग के निर्धारित प्रारूप पर रिपोर्ट देनी है। सेक्टर अधिकारी आवंटित क्षेत्र में हर बूथ की वल्नरेबिलिटी समझ लें। सेक्टर पुलिस अधिकारी पहले हुए इलेक्शन के दौरान आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन से संबंधित जानकारी लें। वोटर्स को प्रभावित करने वाले क्रिमिनल माइंडसेट के लोगों को चिह्नित कर लें। दो दिन में थानावार रिपोर्ट संबंधित प्रभारी पुलिस अधिकारी के माध्यम से उपलब्ध कराएं। सेक्टर अधिकारी पोलिंग सेंटर तक आने-जाने वाले रास्ते, बूथों पर दिव्यांग वोटर्स के लिए रैंप, टॉयलेट, ड्रिकिंग वॉटर, बिजली आदि व्यवस्थाएं देखकर एआरओ के माध्यम से रिपोर्ट भिजवाएं। 12 जनवरी तक हर हाल में इसे मिल जाना चाहिए। ट्रेनिंग में एडीएम फाइनेंश राजेश कुमार, एडीएम सिटी डा। राजेश कुमार उपस्थित रहे।