- यूजी और पीजी के फर्स्ट इयर के स्टूडेंट्स को प्रमोट करने के लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन ने तैयार किया ब्ल्यू प्रिंट
-फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स जब सेकेंड ईयर का एग्जाम देंगे, उसके मार्क्स के औसत से मिलेंगे फर्स्ट ईयर के मार्क्स
KANPUR: सीएसजेएम यूनिवर्सिटी ने यूजी और पीजी के फाइनल इयर के अलावा सभी स्टूडेंट्स को प्रमोट करने का खाका तैयार कर लिया है। जिसके मुताबिक, इन स्टूडेंट्स को बिना नंबर के ही प्रमोट किया जाएगा। जल्द ही यूनिवर्सिटी प्रशासन पूरी नियमावली जारी कर देगी। इसके लिए यूनिवर्सिटी की ओर से एक कमेटी का गठन किया जाना है जो इस पर निर्णय लेगी। वीसी नीलिमा गुप्ता और यूनिवर्सिटी के अधिकारियों के बीचे इस मामले में ऑनलाइन मीटिंग भी हो चुकी है।
.तो माना जाएगा फेल
कोविड-19 के कारण यूनिवर्सिटी में एग्जाम और रिजल्ट की प्रक्रिया पूरी तरह से ठप है। शासन ने फाइनल इयर का एग्जाम कराने और बाकी साल के एग्जाम रद करते हुए स्टूडेंट्स को प्रमोट करने का आदेश जारी किया है। यूनिवर्सिटी की ओर से अभी जो ब्लूप्रिंट तैयार किया गया है, उसमें कहा गया है कि जिन सब्जेक्ट के एग्जाम हो चुके हैं उसके रिजल्ट नियमानुसार जारी किए जाएंगे। इसमें अगर कोई स्टूडेंट बैक पेपर के लिए अर्ह है तो उसे अगले सेशन के लिए प्रमोट कर दिया जाएगा। अगर स्टूडेंट बैक पेपर के लिए अर्ह नहीं है और एक से अधिक सब्जेक्ट में फेल है तो उससे फेल ही घोषित किया जाएगा। हालांकि इसमें अंतिम निर्णय होना है।
दिए जाएंगे औसत नंबर
यूनिवर्सिटी की ओर से तैयार ब्लूप्रिंट में तय किया गया है कि स्टूडेंट्स को औसत नंबर देकर प्रमोट किया जा सकता है। अगर कोई स्टूडेंट इन नंबरों से संतुष्ट नहीं है तो अगले साल बैक पेपर में शामिल होकर अपने नंबर सुधार करने का प्रयास कर सकता है। नंबरों का निर्धारण थ्योरी और प्रैक्टिकल के अलग-अलग नंबरों के आधार पर होगा।
अगले साल तैयार हाेगी मार्कशीट
बलूप्रिंट में यूजी के पहले साल के स्टूडेंट्स को इस साल की मार्कशीट में औसत नंबर नहीं देने का विचार किया जा रहा है। जिन सब्जेक्ट के पेपर हो गए हैं सिर्फ उनमें नंबर मिलेंगे। इसके अलावा जिन सब्जेक्ट के एग्जाम नहीं हुए हैं उनमें स्टूडेंट्स को सिर्फ प्रमोट कर दिया जाएगा। कोई नंबर नहीं दिया जाएगा। इन स्टूडेंट्स को 2021 में सेकेंड ईयर के नंबरों के औसत के आधार पर पहले साल के नंबर देकर मार्कशीट तैयार की जाएगी। इतना ही नहीं यदि सेकेंड ईयर में कोई स्टूडेंट फेल हो जाता है तो उसके सारे सब्जेक्ट के नंबर्स का औसत ही पहले साल के नंबर माने जाएंगे। पीजी के पहले साल के लिए भी यही फॉर्मूला तय किया गया है।