कानपुर (ब्यूरो ) लखनपुर में न्यूरो सर्जन डा। विकास शुक्ला का द पनेशिया पैरामेडिकल साइंसेज एंड नर्सिंग इंस्टीट््यूट है। यहां से कन्नौज जनपद के ठठिया अंतर्गत गयादीनपुरवा गांव निवासी रामनरेश का बेटा प्रांशु ओटी टेक्नीशियन का कोर्स कर रहा है और फाइनल ईयर का छात्र है। छात्र का आरोप है कि इंस्टीट््यूट प्रबंधन ने दो साल पहले उसके हाईस्कूल के मूल अंकपत्र जमा करवा लिए थे वह एक साल से उसे पाने के चक्कर लगा रहा है लेकिन प्रबंधन उसे नहीं लौटा रहा था। जिससे परेशान होकर मंगलवार दोपहर करीब एक बजे वह इंस्टीट््यूट पहुंचा और चौथी मंजिल पर चढ़कर अंदर से दरवाजा बंद करते हुए आत्महत्या की धमकी दी तो प्रधानाचार्य डॉ। दीप्ति तिवारी व स्टाफ के हाथ पांव फूल गये।
सूचना पर पहुंची कल्याणपुर पुलिस
उन्हेांने डा। विकास शुक्ला के साथ ही कल्याणपुर पुलिस को सूचना दी। एसीपी कल्याणपुर दिनेश कुमार शुक्ला व फजलगंज फायर स्टेशन से विनोद कुमार पांडेय गाड़ी लेकर मौके पर पहुंचे और छात्र के पिता को सूचना दी। साढ़े चार घंटे की मशक्कत के बाद शाम 5 बजकर 30 मिनट पर इंस्टीट््यूट प्रबंधन के लिखित आश्वासन के बाद ही छात्र प्रांशु नीचे उतरकर आया। इस दौरान उसकी हालत बिगड़ गई और उल्टियां होने लगी इसके बाद उसे डाक्टर के पास ले जाया गया। एसीपी दिनेश कुमार शुक्ला ने बताया कि प्रधानाचार्य ने इंस्टीट््यूट के लेटरहेड पर लिखित रूप से उसके हाईस्कूल के अंकपत्र पर दिलवाने का आश्वासन दिया है।
प्रबंधन ने तर्क देकर बताई मजबूरी
प्रधानाचार्य डा। दीप्ति तिवारी ने बताया कि उन्होंने तीन महीने पहले ही कार्यभार संभाला है। इससे पहले यहां पर सुजाता सैनी प्रधानाचार्य थी जो करीब 40 छात्रों के मूल अंकपत्र , इंस्टीट््यूट के महत्वपूर्ण दस्तावेज ले गई थी। उन्होंने छात्र-छात्राओं की फीस का भी धोखाधड़ी कर गबन किया था। इसे लेकर डा। विकास शुक्ला ने सुजाता सैनी व उनके पति समेत तीन के खिलाफ कल्याणपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।