- ऑटोमेशन की राह पर सीएसजेएम यूनिवर्सिटी ने कदम बढ़ाए, बनाए अपने सॉफ्टवेयर
- स्टूडेंट्स को सेलेक्ट करने वाली कंपनी खुद ही चेक कर सकेगी एजूकेशनल रिकार्ड
- 05 हजार स्टूडेंट्स हर साल पास आउट होकर निकलते रहते हैं
- 100 परसेंट ई-गवर्नेस का टारगेट रखा गया है यूनिवर्सिटी में
KANPUR: आप जॉब के लिए जा रहे हैं और अपनी क्वालीफिकेशन को लेकर गलत जानकारी देते हैं तो अब हेरफेर नहीं चलेगा। आप सेलेक्ट ही नहीं हो पाएंगे। दरअसल, अब कंपनियां खुद ही एक क्लिक पर आपके एजुकेशनल रिकॉर्ड चेक कर सकेंगी। उन्हें कॉलेज के भरोसे भी नहीं बैठना होगा। कई बार देखा गया है कि स्टूडेंट को सेलेक्ट करने के बाद उनका एजूकेशनल रिकॉर्ड चेक करने में काफी समय लग जाता है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। सीएसजेएम यूनिवर्सिटी ने इसके लिए ऑटोमेशन की राह पर आ गई है।
रोल नंबर डालते ही पता लगेगा
यूनिवर्सिटी प्रशासन पूरी तरह छात्रों का ब्योरा डिजिटल करने जा रहा है। स्टूडेंट का रोलनंबर डालते ही उनकी एकेडमिक कुंडली इंप्लायर के सामने होगी.बीटेक, एमबीए, एमसीए समेत अन्य प्रोफेशनल कोर्स करने के बाद कई स्टूडेंट्स प्रोफेशनल बनने के लिए बेंगलुरु, हैदराबाद व नोएडा की कंपनियों में आवेदन करते हैं। इन शहरों में सैकड़ों कंपनियां हैं जो च्च्छे पैकेज आफर देती हैं। इन कंपनियों के सामने सबसे बड़ी चुनौती छात्रों के बारे में सही जानकारी प्राप्त करना होती है।
वेरिफिकेशन माड्यूल तैयार
इंटरव्यू के दौरान व सफल होने पर कंपनी का एचआर विभाग उन विश्वविद्यालयों व तकनीकी शिक्षण संस्थानों से छात्रों के बारे में पता करता है जहां से वह पढ़कर आ रहे हैं। वेरीफिकेशन में कई बार काफी वक्त लग जाता है। इस बात को ध्यान में रखकर सीएसजेएमयू ने वेरीफिकेशन माड्यूल तैयार किया है। जल्द ही यह अमल में आ जाएगा। यूनिवर्सिटी से हर साल पांच हजार से अधिक छात्र पासआउट होकर निकलते हैं।
एडमिशन माड्यूल किया तैयार
वाइस चांसलर प्रो। विनय पाठक ने बताया कि यूनिवर्सिटी ने पहली बार ग्रेजुएशन फर्स्ट ईयर में एडमिशन के लिए अपना एडमिशन माड्यूल तैयार किया है। इसके बाद अब पीएचडी प्रवेश परीक्षा का मॉड्यूल बनाया जा रहा है। पहले यूनिवर्सिटी में जो सॉफ्टवेयर आउटसोर्स हुआ करते थे यहां के प्रोग्रामर संचालित कर रहे हैं।
रजिस्ट्रेशन के लिए नहीं खाने हाेंगे धक्के
सेशन ख्0ख्क् में यूनिवर्सिटी का सौ परसेंट ई-गवर्नेंस लागू करने का लक्ष्य है। एडमिशन प्रॉसेस इस बार पूरी तरह ऑनलाइन हो रहा है। इसके तहत बीटेक, बीबीए, एमबीए, बीसीए व फार्मेसी जैसे प्रोफेशनल कोर्स के अलावा बीए, बीएससी व बीकॉम में दाखिले के लिए स्टूडेंट्स घर बैठकर अपना रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं। यह सुविधा उन्हें पहली बार मिली है जब रजिस्ट्रेशन के लिए उन्हें धक्के नहीं खाने पड़ रहे हैं। अब पीएचडी एडमिशन प्रॉसेस भी ऑनलाइन कराए जाने की तैयारी है।