- दबिश में आरोपी भाई मिले घर पर तो पुलिस ने की शुरू की जांच

- सर्विलांस और सीसीटीवी से खुला मामला, साजिश रचने में भेजा जेल

kanpur : चकेरी पुलिस ने सर्विलांस और सीसीटीवी की मदद से खुद के अपहरण की साजिश रचने वाले को अरेस्ट कर लिया। आरोपी ने बताया कि पड़ोसियों से उसका रास्ते का झगड़ा चल रहा था। उन्हें फर्जी मुकदमे में फंसाने के लिए साजिश रची थी। पुलिस ने आरोपी के बयान दर्ज कराने के बाद उसे जेल भेज दिया। आरोपी के बड़े भाई ने केस दर्ज कराया था। इसलिए पुलिस ने उसे भी दोषी बनाया है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।

प्लॉट का है विवाद

चकेरी के ओमपुरवा निवासी गौरव श्रीवास्तव ने केस दर्ज कराया कि उसके भाई दीपक का किडनैप पड़ोसी अनिल और अरुण ने कर लिया है। इंस्पेक्टर चकेरी दधिबल चौधरी ने आरोपियों के घर छापा मारा तो दोनों आरोपी घर पर ही सोते मिले। दोनों ने पुलिस को बताया कि दीपक और उसके भाई से प्लाट और रास्ते का विवाद चलता है। कभी मीडिया कर्मी तो कभी मानवाधिकार सदस्य बताकर दीपक परेशान करता है। दोनों ने ये भी बताया कि वे अपना प्लाट छोड़कर कैंट इलाके की झुग्गी में रह रहा है।

स्टैेंड पर मिली स्कूटी

इंस्पेक्टर को जानकारी हुई कि दीपक की स्कूटी रेलवे स्टेशन के स्टैंड में खड़ी है। स्टैंड में फोटो दिखाने पर पता चला कि रात साढ़े दस बजे खड़ी की गई जबकि 9:27 पर स्कूटी खड़ी की गई। स्कूटी मिलते ही पुलिस ने दीपक की सीडीआर निकाली। पुलिस ने स्टैंड संचालक और कर्मचारियों को सतर्क कर दिया। दीपक अपनी स्कूटी लेने पहुंचा तो पुलिस ने उसे दबोच लिया। इसके बाद रेलवे स्टेशन के कैमरे चेक किए गए। होटलों से भी जानकारी ली गई। जांच में दीपक के किडनैप होने का कोई सबूत नहीं मिला। अनिल और अरुण के खिलाफ लिखाया गया केस झूठा पाया गया। जिसके बाद पुलिस ने दीपक पर कार्रवाई करते हुए उसे जेल भेज दिया। दूसरे आरोपी की तलाश हो रही है।