दरअसल रशेल 1970 में अपनी कार चोरी होने के बाद से ही उसे तलाश रहे थे और उनकी ये तलाश पूरी हुई ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट ईबे पर। रशेल ने जब देखा कि कोई उनकी 1967 में बनी ऑस्टिन-हीले कार को बेच रहा है, तो उन्होंने तुंरत उसे पहचान लिया।

समाचार एजेंसी एपी के अनुसार रशेल ने कार के पहचान नंबर को अपने नाम पर जारी प्रमाणपत्र में दिए गए पहचान नंबर से मिलाया, जो हूबहू वही था। दरअसल लॉस एंजलिस का एक कार डीलर इस कार को ईबे वेबसाइट पर नीलाम कर रहा था। डीलर ने रशेल को बताया कि उसने तो इस कार को एक व्यक्ति से खरीदा जिसका कहना है कि उसके परिवार के पास ये कार 1970 से है।

'भावनात्मक महत्व'

रशेल के दावे की जांच परख करने के बाद अधिकारियों ने रशेल से कहा कि वे अपनी कार को ले जा सकते हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि ये कार उन्होंने कभी तीन हजार डॉलर में खरीदी थी जबकि अब इसकी कीमत 23 हजार डॉलर है।

रशेल बताते हैं, “मैंने इस कार की खोज जारी रखी। ऐसा मैंने इसकी कीमत को देखते हुए नहीं किया था बल्कि इस कार का भावनात्मक मूल्य मेरे लिए औरे मेरी पत्नी के लिए इसकी कीमत से कहीं ज्यादा है.”

अपनी कार को खोजने और हासिल करने के लिए रशेल को न सिर्फ पुलिस, बल्कि एक जाजूस की भी मदद लेनी पड़ी। लेकिन वो अब इस बात से बेहद खुश है कि उनकी प्यारी कार आखिकार उन्हें मिल गई है।

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