कानपुर (ब्यूरो) मतांतरण सिरीज में घाटमपुर के उन चर्चों की न सिर्फ लिस्ट प्रकाशित की गई बल्कि उन लोगों को भी सामने लाया गया जिनका मतांतरण कराया गया था, साथ ही किन लोगों ने मतांतरण कराया था। पूरे मामले का खुलासा करते हुए एसीपी घाटमपुर दिनेश कुमार शुक्ल ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की खबर पर उस समय मुहर लगा दी जब मतांतरण कराने वाले अनिल को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। इस मामले में पुलिस के हाथ तमाम वह इविडेेंस लगे थे जिससे मतांतरण कराने वाली संस्था को फंडिंग होती थी। एसीपी दिनेश शुक्ला ने इस मामले की जांच शुरू की। चूंकि पहले से इस मामले में एसटीएफ जांच कर रही थी लिहाजा शासन के आदेश पर सारे मामले कंपाइल कर दिए गए। संयुक्त रूप से एसटीएफ ने इस मामले में जांच शुरू की है। हालांकि सूत्रों की माने तो इस मामले में विदेशी फंडिंग की बात साफ हो गई थी, इसी वजह से एसटीएफ को मामले की जांच सौंपी गई है।

चाणक्यपुरी और अहिरवां में भी

बीते दिनों चकेरी थानाक्षेत्र के अहिरवां और चाणक्यपुरी के अलावा चाणक्यपुरी में हुए मामलों की जांच भी एसटीएफ ने शुरू की है। मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों से मामले की जांच की गई है। तीनों जगह की फोटोग्राफी भी कराई गई है। छपे हुए समाचार की फोटो प्रतियां भी एसटीएफ ने अपनी जांच में शामिल की हैैं।

आरोपी का भाई मुंबई में कराता है मतांतरण

चाणक्यपुरी के मामले में चकेरी पुलिस की एक टीम भी विवेचना में जुटी है। अब तक की विवेचना में पुलिस को पता चला है कि जेल भेजे गए एक आरोपी का भाई मुंबई में मतांतरण करा रहा है। अब तक कोलकाता से फंडिंग की बात सामने आई थी। शनिवार को पुलिस की एक टीम कोलकाता रवाना की गई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही एक टीम मुंबई भेजी जाएगी। पकड़े गए आरोपी के भाई को भी जांच में शामिल करने के बाद मामले की विवेचना की जाएगी। मुंबई से मतांतरण का कनेक्शन भी तलाशा जा रहा है।