कानपुर (ब्यूरो) काकादेव निवासी प्लास्टिक जरीकेन की फैक्ट्री संचालक पवन ग्रोवर ने बेटी आंचल की शादी 9 फरवरी 2019 को अशोक नगर में नामचीन सब्जी मसाला उत्पाद के डिस्ट्रीब्यूटर सूर्यांश खरबंदा से की थी। फ्राईडे रात करीब दो बजे सूर्यांश के घर से पुलिस को आंचल के आत्महत्या करने की सूचना दी गई। पुलिस सूर्यांश के घर पर पहुंची तो आंचल का शव बाथरूम में पंखे के कुंडे से लटक रहा था। घर से सूर्यांश समेत सभी परिवारी सदस्य फरार थे। पुलिस ने मायके में घटना की सूचना दी तो पवन पत्नी रीना, बेटेे अक्षय व रिश्तेदार के साथ अशोक नगर पहुंच गए।
करते रहे समझौता
आंचल के भाई अक्षय और मां रीना ने बताया कि एक करोड़ रुपये खर्च कर शादी की थी लेकिन शादी के बाद से ही बहन को दहेज के लिए सूर्यांश परेशान करता था। अब सूर्यांश क्लब बनाना चाहता था, जिसके लिए 80 लाख रुपये की मांग कर रहा था। अपनी हैसियत से ज्यादा हम उसे दहेज दे चुके थे लेकिन सूर्यांश लगातार दबाव बना रहा था और आंचल से मारपीट करता था। मां रीना के मुताबिक, कई बार बेटी ने इसकी शिकायत की मगर बेटी का घर बचाने के लिए समझौता करते रहे। अक्षय ने यह भी आरोप लगाया कि सूर्यांश के अन्य युवतियों से अवैध संबंध हैं।
12 नवम्बर को जेवर लेकर फरार
पवन के मुताबिक पूरे घर में तीन लॉकर हैैं। तीनों थंब इंप्रेशन से खुलते हैैं। पहला लॉकर सूर्यांश की मां के थंब इंप्रेशन से खुलता है। जबकि दूसरा सूर्याश के थंब इंप्रेशन से। तीसरा लॉकर सूर्याश और आंचल दोनों के कंपाइल थंब इंप्रेशन से खुलता था। 12 नवम्बर को आंचल ने फोन पर सूचना दी थी कि उसकी सास निशा और पति सूर्यांश सारा जेवर और नकदी लेकर घर से भाग गए हैं। आंचल ने खुद सूर्यांश को दो बैगों में जेवर डालकर ले जाते देखा था। आंचल ने पुलिस को सूचना दी लेकिन सूर्यांश के दबाव में पुलिसकर्मी लौट गए। 13 नवंबर को फिर सूर्यांश और आंचल के बीच जेवर को लेकर बहस हुई।
पुलिस ने नहीं की कार्रवाई
भाई अक्षय ने आरोप लगाया कि पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने से सूर्यांश का हौसला बढ़ गया और उसने आंचल की हत्या कर दी। आत्महत्या का रूप देने के लिए शव कुंडे से फंदे पर लटका दिया। एसीपी नजीराबाद संतोष कुमार सिंह ने बताया कि पति सूर्यांश, सास निशा, फूफा भरत ग्रोवर उर्फ काकू, बुआ मीनाक्षी, बुआ अन्नू खुल्लर, बहनोई पुनीत कोटवानी, नंद निकिता कोटवानी और बहन तान्या ग्रोवर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। फूफा काकू को हिरासत में भी ले लिया है।
कुछ कहना चाहती थी
भाई अक्षय ने बताया कि आंचल ने 19 नवम्बर की शाम लगभग साढ़े छह बजे उसे फोन किया था। लेकिन नेटवर्क में प्रॉब्लम के कारण बात नहीं हो पाई। सवा सात बजे पिता पवन का फोन आया तो उन्होंने बताया कि आंचल का फोन नहीं उठ रहा। रात 12:30 बजे भी फोन करने पर जब उसका फोन नहीं उठा तब घरवालों को टेंशन हुई। उन्होंने लगातार एक बजे तक फोन मिलाया मगर फोन नहीं उठा। तब वे लोग आंचल की ससुराल पहुंचे। यहां पहुंचने के बाद पवन ने डायल 112 पर सूचना दी। पुलिस के आने पर घर के अंदर दाखिल हुए। यहां ऊपर के कमरे में बने बाथरूम के पंखे में उसका शव लटका मिला।