- होली पर पर ट्रेनों के अंदर पैसेंजर्स की सेफ्टी के लिए एसपी रेलवे ने डिवीजन के सभी थानों से तैयार की है एक-एक टास्क टीम
-एक एसआई, एक हेड कांस्टेबल व दो कांस्टेबल होंगे टीम में, सिविल ड्रेस में तैनात रहेंगे, किसी भी गड़बड़ी पर एसपी को करेंगे रिपोर्ट
KANPUR। होली के दौरान लाखों लोग फेस्टिवल सेलिब्रेट करने के लिए अपने घर जाते हैं। जिसके चलते ट्रेनों में जबरदस्त भीड़ होती है। ऐसे में पैसेंजर्स को अपना शिकार बनाने के लिए जहरखुरान, चोर और दूसरे क्रिमिनल्स भी तैयार रहते हैं। जिसे देखते हुए पैसेंजर्स की सेफ्टी बढ़ाने के लिए एसपी रेलवे ने ठोस कदम उठाया है। उन्होंने डिवीजन के सभी थानों में एक टॉस्क टीम बनाई है। जिसमें एक एसआई, एक हेड कांस्टेबल व दो कांस्टेबल होंगे। यह टीम रात में विभिन्न ट्रेनों में चलेगी। जिससे ट्रेनों में पैसेंजर्स की सुरक्षा बढ़ने के साथ ट्रेन में तैनात स्कॉट सिपाहियों पर भी नजर रख सकेगी। स्कॉट सिपाहियों की लापरवाही पर यह टीम एसपी रेलवे को रिपोटर्1 करेगी।
एक रात में दो ट्रेनें
एसपी रेलवे मनोज झा ने बताया कि टॉस्क टीम रात में अपने स्टेशन से किसी भी ट्रेन में चढ़ जाएगी। जो 200 से 300 किमी जाने के बाद उस ट्रेन से उतर कर वापसी में किसी दूसरी ट्रेन में चढ़ जाएगी। इससे एक ही रात में एक टास्क टीम से दो ट्रेनों को एक्सट्रा सुरक्षा दे सकेंगे। इसके साथ ही ट्रेनों में तैनात रहने वाले स्कॉट सिपाहियों की एक्टिीविटीज पर भी नजर रख सकेंगे।
पैसेंजर्स की तरह
एनसी रेलवे मनोज झा ने बताया कि होली के दौरान ट्रेनों में लूट, चोरी व डकैती की घटनाएं अधिक होने की आशंका बनी रहती है। इस लिए टॉस्क टीम का गठन किया गया है। जोकि रात में ट्रेनों में ट्रैवल करेंगी। टीम के सदस्य सादे कपड़ों में अपने सर्विस रिवाल्वर के साथ ड्यूटी करेंगे। सादे कपड़ों में रहने की वजह से वह अपराधियों को आसानी से पकड़ सकते हैं। वहीं जरूरत पड़ने पर अपने शस्त्रों को यूज भी कर सकते हैं।
पैसेंजर्स की सुरक्षा पहले
जीआरपी आफिसर्स के मुताबिक इलाहाबाद डिवीजन 200 से 300 ट्रेनों में स्कॉट सिपाहियों को तैनात कर सुरक्षा दे रहा है। जिसमें आरपीएफ व जीआरपी की टीम सम्मलित है। अभी भी इलाहाबाद डिवीजन से पास होने वाली 150 से अधिक ट्रेनों में स्कॉट तैनात करने में हम लोग सक्षम नहीं हैं। आंकड़ों के मुताबिक जिन ट्रेनों में स्कॉट नहीं होता है। चोरियां उसी ट्रेनों में हो रही हैं। इन ट्रेनों में चोरियों को घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए इन ट्रेनों में सुरक्षा मुहैया कराना जीआरपी का टारगेट है।
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यह जान लीजिए
200 से 300 ट्रेनों में आरपीएफ व जीआरपी स्कॉट चलता है
150 से अधिक ट्रेनों में अभी भी स्कॉट नहीं चलता है।
449 ट्रेनों का डेली दिल्ली-हावड़ा रूट में आवागमन है
10 से अधिक टीम इलाहाबाद डिवीजन में बनाई गई हैं।
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हाईलाइट्स
- डिवीजन के सभी थानों में एक टॉस्क टीम बनाई गई
- टीम में एक एसआई, हेड कांस्टेबल व दो कांस्टेबल होंगे
- टीम की ट्रेनों में स्कॉट सिपाहियों की एक्टीविटी पर भी नजर रहेगी
- टीम मेंबर्स सादे कपड़ों में अपनी सर्विस रिवाल्वर के साथ ड्यूटी करेंगे।
- एक ही रात में एक टास्क टीम दो ट्रेनों को एक्सट्रा सुरक्षा दे सकेगी
'' पैसेंजर्स की सेफ्टी को देखते हुए जीआरपी ने यह प्लानिंग तैयार की है। इससे अब अधिक से अधिक ट्रेनों को सुरक्षित कर सकते हैं।
मनोज कुमार झा, एसपी रेलवे, इलाहाबाद डिवीजन