- नाइट पेट्रोलिंग में हाईटेक वेपन, बॉडी वार्न कैमरा और काली डांगरी में दिखेंगे जवान
- कम समय में हाईटेक बाइक से पहुंचेगे, एयर फ्री फ्रीक्वेंसी वायरलेस सिस्टम से होगा काम
- 25 जवानों को स्पेशल ट्रेनिंग के बाद रोड पर उतारा जाएगा
- 25 स्पेशल हाईटेक बाइक का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है
- 25 टीमों में तैनात 50 पुलिस कर्मियों के शहर की जियोग्राफी समझने के लिए कहा गया है
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kanpur : अगर आप रात में किसी जरूरी काम से जाना चाहते हैं और आपको अपनी सुरक्षा की चिंता सता रही है तो आप अपनी सुरक्षा की चिंता यूपी पुलिस पर छोड़ दीजिए। यूपी सरकार का भयमुक्त वातावरण का वादा पूरा करने के लिए पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने योजना बना ली है। कमिश्नरेट लागू होने के बाद से शहर पुलिस में बड़ा परिवर्तन जल्दी ही देखने को मिलेगा। अपराध को पूरी तरह रोकने और फिर भी अपराध हो जाए तो अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजने का काम यूपी पुलिस करेगी। इसके लिए आईआईटी के सॉफ्टवेयर पर काम करना शुरू कर ि1दया गया है।
काली डांगरी में िदखेंगे जवान
अब तक रात और दिन की पुलिस पेट्रोलिंग पार्टी खाकी पोशाक में दिखती थी। बदले परिवेश में ये पेट्रोलिंग पार्टी काले लिबास में जिसे पुलिसिया भाषा में डांगरी कहा जाता है, दिखाई देगी। जिला पुलिस में इन जवानों की 25 टीमें बनाई गई हैं। इन जवानों को स्पेशल ट्रेनिंग के बाद इन्हें सड़क पर उतारा जाएगा। ये पेट्रोलिंग पार्टी सीपी और एसीपी के आदेश पर काम करेगी। इनके लिए 25 स्पेशल हाईटेक बाइक का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। इनका आम आदमी से बहुत कम मतलब होगा। बड़े मामलों में इनकी सूचना पर थाना पुलिस और संबंधित अधिकारी काम करेंगे। फिलहाल 25 टीमों में तैनात 50 पुलिसकर्मियों को शहर की जियोग्राफी समझने के लिए कहा गया है।
बैंक और एटीएम के पास बनेंगे प्वाइंट
इन जवानों के ड्यूटी प्वाइंट बैंक और एटीएम बूथ के पास निर्धारित किए जाएंगे। इसके अलावा जहां क्राइम ज्यादा हो रहा है, वहां पर इनकी तैनाती की जाएगी। जिससे अपराधी किसी भी हालत में भाग न सके और उनकी घेराबंदी की जा सके। चौकीदार रहित एटीएम बूथ के बाहर तैनाती होने से शातिर न तो बूथ के अंदर और न ही बूथ के बाहर लोगों को निशाना बना सकेंगे।
क्रिमिनल्स की सुरागरसी भी करेंगे जवान
जिस एरिया में बाहर से नए लोग रहने आएंगे, इन जवानों को उनकी जानकारी करके डोजियर भी भरना होगा। ये इन इलाकों के कस्टोडियन होंगे। डोजियर भरने से इलाके में आए नए अपराधियों की जानकारी भी इन्हें होगी और ये अधिकारियों को भी अपडेट करते रहेंगे। ये सभी जवान स्थानीय नहीं होंगे, जिससे इन पर कोई पॉलिटिकल प्रेशर भी नहीं रहेगा।
आम आदमी को होंगे ये लाभ
- भय मुक्त वातावरण में किसी भी समय निकल सकेंगे।
- लूट और ऑर्गनाइज्ड क्राइम से मिलेगी मुक्ति।
- घटना के बाद क्रिमिनल की होगी घेराबंदी।
- पीडि़त ये नहीं कह सकेगा कि पुलिस नहीं पहुंची।
- आरोपी बयान नहीं बदल सकेंगे क्योंकि कैमरे में होगी रिकॉर्डिग।
- थाने की पुलिस से नहीं रहेगा मतलब, व्यवस्था होगी पारदर्शी।
- अपने प्वाइंट पर रहेंगे मुस्तैद, सूचना पर तेजी से पहुंचेंगे जवान।
- महिला अपराध पर लगेगी लगाम, पूरा किया जाएगा सरकार का वादा।
- स्पेशल ट्रेनिंग लिए जवान कम से कम चार पर पड़ेंगे भारी।
- शराब की दुकानों और अवैध कारोबार पर रखेंगे पैनी नजर
'' कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए पुलिस कर्मियों की विशेष टीम तैयार की गई है। ट्रेनिंग के बाद जल्द ही ये टीम सड़क पर होगी, जिससे आम आदमी को लाभ मिलेगा और शासन का वादा भी पूरा होगा.''
-डॉ। मनोज कुमार, एसीपी