कानपुर(ब्यूरो)। स्मार्ट सिटी के तहत इमरजेंसी में हेल्प के लिए लगाए गए एसओएस बॉक्स अब क्राइम पेट्रोल टीवी सीरियल व मूवी में नजर आएंगे। यह पहल कानपुर पुलिस कमिश्नरेट व स्मार्ट सिटी के तहत की गई है। इसके पीछे का उद्देश्य एसओएस बाक्स के प्रति ज्यादा से ज्यादा लोगों को अवेयर करना है। जिससे वो इमरजेंसी की सिचुएशन में इनका यूज कर सकें। दो साल पहले सिटी के पचास प्वाइंट पर एसओएस बॉक्स लगाए गए थे। प्रचार प्रसार के अभाव के चलते यह बाक्स सिर्फ शोपीस बनकर रह गए हैं।
35 एसओएस बाक्स एक्टिव
स्मार्ट सिटी के तहत सिटी में 50 प्वाइंट पर एसओएस सिस्टम या इमरजेंसी कॉल बॉक्स लगाए थे। जिनका यूज कर लोग कंट्रोल रूम के जरिए अपनी प्रॉब्लम का सॉल्यूशन पा सकते हैं। स्मार्ट सिटी के ऑफिसर्स के अनुसार सिटी में 35 प्वाइंट पर यह सिस्टम एक्टिव है। जबकि 15 प्वाइंट पर मेट्रो निर्माण के चलते बाक्स बंद है। पब्लिक को अवेयर करने और एसओएस का यूज करने के तरीके समझाने के लिए सिटी के अफसरों ने कदम बढ़ाया है।
तीन शिफ्ट में चल रहा कंट्रोल रूम
नगर निगम स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम में एसओएस सिस्टम की वर्किंग के लिए तीन शिफ्ट में ऑपरेटर्स की तैनाती की गई है। यहां आने वाली इमरजेंसी कॉल का ऑपरेटर समाधान बताते हैं। स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम प्रभारी व प्रोजेक्ट मैनेजर राहुल सब्बरवाल ने बताया कि 2021 में सिटी में 50 जगह बॉक्स लगाए थे। मेट्रो निर्माण के चलते 15 बॉक्स वर्किंग में नहीं हैं, लेकिन 35 बाक्स पूरी तरह से वर्किंग में है।
किस तरह की हेल्प ले सकते
एसओएस सिस्टम का यूज कर लोग बसों की जानकारी, सिटी की लोकेशन, एंबुलेंस, पुलिस के सर्विस के नंबरों की जानकारी ले सकते हैं। राहुल सब्बरवाल ने बताया कि 1200 लोग अब तक सिस्टम का यूज कर अपनी प्रॉब्लम शेयर करने के साथ अन्य तरह की जानकारी ले चुके हैं। लोग अवेयर नहीं है जिसके चलते एसओएस बाक्स से आने वाली कंप्लेन की संख्या काफी कम है।
ऐसे कर सकते हैं बॉक्स का यूज
- सिर्फ एक बार हेल्प एसओएस एमरजेंसी वाला लाल बटन दबायें
- स्पष्ट सुनाई पड़े इसलिए माइक्रोफोन के पास मुंह ले जाकर बोलें
- ऑपरेटर के जवाब के लिए प्रतीक्षा करें
- कंट्रोल रूम से उनकी प्रॉब्लम का सॉल्यूशन भी मिलेगा।
पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। एसओएस बाक्स को टीवी सीरियल व मूवी की शूटिंग में भी शामिल किया जाएगा। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग एसओएस बाक्स के प्रति अवेयर हो सकें और इमरजेंसी में कॉल कर मदद ले सकें।
- राहुल सब्बरवाल, प्रोजेक्ट मैनेजर स्मार्ट सिटी