कानपुर(ब्यूरो)। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत सिटी में शुरू की गई सुविधाओं को और बेहतर बनाने में अब आईआईटी कानपुर नगर निगम की मदद करेगा। मंडे को नगर निगम स्थित इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर में आईआईटी कानपुर के डायरेक्टर प्रो। अभय करंदीकर, कमिश्नर डॉ.राज शेखर, नगर आयुक्त और स्मार्ट सिटी मिशन व टेक महिंद्रा के अधिकारियों की बैठक हुई। जिसमें इस बात पर चर्चा हुई कि ट्रैफिक, एनवायरमेंट, स्मार्ट पार्किंग, वाईफाई, सीसीटीवी कैमरों को पब्लिक यूटिलिटी के लिए कैसे ज्यादा बेहतर तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है। इस दौरान कई मुद्दों पर आईआईटी डायरेक्टर ने मदद करने का भरोसा भी दिया। साथ ही एक एक्सपर्ट गु्रप बनाने और डाटा लेकर उसका एनालिसिस कराने पर भी सहमति बनी।

सेंसर बेस्ड हो सिस्टम
मीटिंग के दौरान आईआईटी डायरेक्टर अभय करंदीकर ने इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से जुड़ी प्रॉब्लम्स पर भी चर्चा की। उन्होंने प्रमुख चौराहों पर लगे ऑटोमैटिक सिगनल टाइमिंग सिस्टम की जांच करने के लिए कहा। साथ ही सिग्नल सेंसर बेस्ड हों और ट्रैफिक लोड को कैलकुलेट कर ट्रैफिक लाइटों के समय को बदला जाए, ऐसे इंतजाम करने की सलाह दी। इस बाबत 15 दिनों में ऐसी रिपोर्ट तैयार करने और उसकी स्टडी के लिए आईआईटी की टीम से संपर्क करने को कहा। आईआईटीएम के तहत लगे कैमरों का छह माह का डाटा भी मंागा। वहीं सिटी में अलग अलग जगहों पर लगे इनवायरमेंटल सेंसर्स को सर्टिफाई करने ट्रांसमिशन सिस्टम को डेवलप कर रियल टाइम एक्चुअल डेटा मिल सके। इसके लिए मैकेनिज्म डेवलप करने का भी भरोसा दिया। आईआईटी के एक्सपट््र्स की टीम बनाई जाएगी। जोकि सिस्टम को स्टडी कर सुधार को लेकर सुझाव देेगी।

एआई बेस्ड ऑनलाइन चालान
सिटी में लगे आईटीएमएस कैमरे के ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन सिस्टम में ऑर्टिफीशियल इंटेलिजेंस सिस्टम की सुविधा को टेस्ट करने के लिए मदद करने की भी आईआईटी डायरेक्टर ने सहमति दी। जिससे एक्सीडेंट, मल्टीपल ट्रैफिक रूल वायलेशन जैसी घटनाएं न हो सकें। ट्रैफिक रूल वॉयलेशन के मामलों का इन कैमरों के जरिए पता लगाया जा सके। आईआईटी डायरेक्टर ने स्मार्ट पार्किंग सुविधाओं को और बेहतर बनाने में मदद करने पर सहमति दी। आईआईटी की टीम स्मार्ट पार्किंग के सिस्टम को स्टडी कर पार्किंग को और प्रभावी तरीके से कैसे उपयोग किया जा सकता है। इस बाबत इनपुट देगी।

स्मार्ट सिटी एप हो यूजर फ्रेंडली
आईआईटी डायरेक्टर ने स्मार्ट सिटी के मोबाइल एप को और यूजर फ्रैंडली बनाने के लिए भी कई सुझाव दिए। उन्होंने टेक महिंद्रा और स्मार्ट सिटी की टीम को कानपुर के लोगों के लिए इस एप को ज्यादा बेहतर बनाने के लिए कहा। इसमें कैसे ट्रैफिक जाम से लेकर एक्सीडेंट को लेकर अलर्ट, पॉल्यूशन की स्थिति की जानकारी दी जा सकती है। वाईफाई की उपलब्धता कहां है? नगर निगम, केस्को के बिल के पेमेंट कैसे होंगे, स्मार्ट पार्किंग कहां है। इन सब पहलुओं पर एप में जानकारी कैसे मिल सकती है इस पर काम करने के लिए कहा। स्मार्ट सिटी लिमिटेड के प्रेसीडेंट व कमिश्नर डॉ.राज शेखर, नगर आयुक्त के साथ आईआईटी के विशेषज्ञों की टीम आईआईटी कैंपस का दौरा अगले हफ्ते करेगी। जिसके बाद फील्ड विजिट भी की जाएगी।