कानपुर (ब्यूरो) बलवंत के चाचा अंगद ङ्क्षसह की तहरीर पर शिवली कोतवाल रहे राजेश ङ्क्षसह, एसओजी प्रभारी प्रशांत गौतम, दारोगा शिवप्रकाश ङ्क्षसह,दारोगा ज्ञान प्रकाश पांडेय, कांस्टेबल महेश समेत छह व एक अज्ञात डाक्टर पर मुकदमा हत्या, बलवा व धमकाने की धारा में दर्ज किया गया था। मामले में पुलिस ने लाइन के आवास में जहां कुछ पुलिसकर्मी रह रहे थे दबिश दी पर उनका कुछ पता न चला। मोबाइल फोन सभी के लगातार बंद बता रहे हैं। जिले में गजनेर, शिवली, अकबरपुर में भी तलाश की गई पर सुराग न लगा।
कानपुर में भी हैं मकान
एसआईटी व मजिस्ट्रेटी जांच न हो सकी शुरू
मामले की जांच के लिए पुलिस की तरफ से एसआईटी व प्रशासन की तरफ से मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए गए हैं। लेकिन बुधवार को जांच शुरू न की जा सकी है। इसके पीछेे वजह यह रही कि सारे अधिकारी व पुलिस बल गांव से लेकर घाट तक तैनात रहा क्योंकि हंगामे की आशंका थी। दो बार हंगामे की स्थिति बनी भी। शाम को संस्कार हो जाने के बाद पुलिस व अधिकारी हटे। एहतियातन अभी भी गांव में पुलिस तैनात की गई है। एसडीएम मैथा रमेश कुमार को मजिस्ट्रेटी जांच करनी है वह देररात से गांव में मौजूद थे और माहौल शांत कराने में लगे थे। इसी तरह से एसआईटी के लोग भी यहां जुटे रहे।