कानपुर (ब्यूरो) सुभाष नगर निवासी आकांक्षा के पिता एन के शुक्ला ने बताया कि बेटी बुडापेस्ट के बॉर्डर पर आ गई है। जल्द ही उसे फ्लाइट मिल जाएगी। अपनी लाडली को लेने के लिए एनके शुक्ला सड़क मार्ग से दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैैं। वहीं सूटरगंज निवासी डॉ। मधुरिमा सिंह ने बताया कि उनका बेटा आरव और बेटी अक्षरा खारकीव में फंसे थे। बुधवार सुबह किसी तरह लवीव जाने वाली ट्रेन पकडऩे स्टेशन पहुंचे थे। जहां बेटी तो ट्रेन में चढ़ गई लेकिन बेटा आरव भीड़ ज्यादा होने की वजह से ट्रेन में नहीं चढ़ सका जिसके चलते आरव को लेकर पूरा परिवार चिंता में हैै।
हंगरी बार्डर पर पहुंचा बेटा
दर्शनपुरवा की जेनसी ने परिजनों से एक ऑडियो शेयर किया है। जिसमें जेनसी ने बताया कि खारकीव से निकलकर किसी तरह स्टेशन पहुंची। अब वह ट्रेन से बॉर्डर पहुंचने वाली है। वहीं श्रेय की मां ने बताया कि उनका बेटा हंगरी बॉर्डर पर आ गया है। जल्द ही उसका नंबर भी आएगा और वह भी इंडिया के लिए रवाना होगा। बर्रा निवासी विपुल के पिता ने बताया कि उनका बेटा भी बॉर्डर के शेल्टर होम में है। विपुल और श्रेय ने तस्वीरें भी शेयर की हैैं। जिसमें दिखाया गया कि उनके रुकने और खाने का इंतजाम ठीक से किया गया है। वहीं देर शाम तक सृष्टि से संपर्क नहीं हो सका। हालांकि वह भी बॉर्डर पार कर चुकी थी।