कानपुर (ब्यूरो) पैसेंजर्स के इस फीडबैक पर रोडवेज की छवि खराब होने पर अफसरों में हड़कंप हैैं। यह हालात तब है जब पिछले दिनों रोडवेज के एमडी ने साफ कह दिया था कि बसों के मेंटीनेंस में की गई लापरवाही नजरंदाज नहीं होगी। बसों की मेंटीनेंस की जांच करने की जिम्मेदारी अब बस अड्डे व स्टेशनों के एआरएम को दे दी गई है। अब फीडबैक में जो सामने आ रहा है उससे साफ लगता है कि जिम्मेदार अफसर एमडी के निर्देश को बेहद हल्के में ले रहे हैैं। मुख्यालय से यह भी आदेश है कि डेली लिए जाने वाले पैसेंजर्स के फीडबैक को एआरएम डेली अपने आरएम व मुख्यालय के बने व्हाटसअप ग्रुप में सेंड करेगा। जिसमें एमडी भी जुड़े हुए है।
फीडबैक चार्ट में अलग-अलग कॉलम
झकरकटी बस अड्डे के एआरएम केके आर्या ने बताया कि आरएम के आदेशानुसार बस अड्डे में आने वाली बसों की फिटनेस जांच करने के लिए फीडबैक चार्ट मुहैया कराया गया है। जिसमें विभिन्न प्रकार के कॉलम बने हुए है। जैसे की बस की बैक लाइट, हेड लाइट, इंडीकेटर की दशा, रिफ्लेक्टर टेप लगा है या नहीं, गंदगी के कॉलम बने हुए है। बसों की मैनुअल जांच कर कॉलम को भरना पड़ता है।

एक नजर में
1000 बसों का डेली आवागमन
30 हजार से अधिक पैसेंजर्स का डेली आवागमन
400 से अधिक बसें यूपी के अदर डिपो से डेली आती है
70 परशेंट बस में गंदगी की समस्या रहती है
30 परशेंट बस में इंडीकेटर ही नहीं
10 परशेंट बस में वाइपर ही नहीं

'' फीडबैक में गंदगी को लेकर जो शिकायतें मिल रही है उसको गंभीरता से लिया जा रहा है। अब बसों के बस अड्डा से रवाना होने के पहले उनमें सफाई कराई जाएगी। हालांकि लंबी दूरी से आने वाली बसों में यह समस्या ज्यादा मिली है.ÓÓ
लव कुमार, आरएम, कानपुर रीजन, रोडवेज