कानपुर (ब्यूरो) चंद्रिका लाल का हाता स्थित जीटी रोड पर सीवेज पाइप लाइन डैमेज हो गई थी। जिसके मेंटीनेंस की वजह से जलकल ने वहां गहरा गड्ढा खोद दिया था। इधर कई दिनों से हुई भारी बरसात से गड्ढा पानी से लबालब हो गया है। जिसकी वजह से आसपास के मकानों की दीवारों में दरार आ गई है। वह खभी भी गिर सकती है। क्षेत्रीय लोगों की अपने घर में कैद जैसी स्थिति हो गई है।
पानी निकाल रही रिपेयरिंग टीम
कहने को तो कानपुर स्मार्ट सिटी बन गया है। नगर निगम, जलकल समेत प्रशासनिक अधिकारी डिपार्टमेंट में हाईटेक मशीनें सिटी में होने की बात करते है। जबकि हालात अधिकारियों के दावों से कोसो दूर है। अफीमकोठी चंद्रिका लाल का हाता के सामने जीटी रोड में 3 सितंबर को अंडर ग्राउंड सीवेज सिस्टम डैमेज हुआ था। इसकी मरम्मत एक महीने से दिन-रात चल रही है। अभी तक लाखों रुपए फूंक दिए गए है और काम अभी रत्ती भर भी नहीं हुआ है। मेंटीनेंस टीम पूरा दिन सिर्फ बरसात का पानी ही निकालती रहती है।
मकान खाली करने का नोटिस भी लगा
सीवेज पाइप लाइन डैमेज होने की वजह से सड़क पर बड़ा गड्ढा हो चुका है। बरसात की वजह से गड्ढे में पानी भराव से आसपास मकानों की नींव भी दिखाई देने लगी है। मकानों की दीवारों में दरार आ चुकी है। इस स्थिति में कोई बड़ी घटना न हो नगर निगम ने दो मकानों में मकान खाली करने का नोटिस भी लगा दिया है। इसके बावजूद दोनों फैमिली के लोग जान हथेली में रखकर उस मकान में रह रहे है। उनका कहना है कि अधिकारियों ने उनको घर खाली कर शास्त्री नगर पार्क में रहने को कहा है। बरसात के मौसम में खुले आसमान के नीचे बच्चों के साथ कैसे रात कट सकती है।
पीने के पानी के लिए तरसा दिया
चंद्रिका लाल का हाता निवासी महेंद्र सिंह ने बताया कि 150 फैमिली के लिए दिन में सिर्फ एक बार ही नगर निगम का पानी का टैंक आता है। उसके लिए भी 10 बार फोन करना पड़ता है। डैमेज सीवेज पाइप लाइन की मरम्मत करने के लि खोदे गए गड्ढे की वजह से इलाके की वॉटर सप्लाई लाइन टूट चुकी है। लिहाजा इलाके के लोग पीने वाले पानी के लिए भी तरस रहे हैं।