कानपुर (ब्यूरो)। ट्रक डाइवर्स की स्ट्राइक के असर से चकरमंडी सब्जी मंडी और गल्ला मंडी नौबस्ता भी नहीं बची। न तो सिटी से और न ही बाहर से ट्रक आ रहे हैं। यही नहीं माल लेकर लोडर भी नहीं आ पा रहे हैं। जिन मंडियों में आम दिनों में कदम रखने की जगह नहीं मिलती है, हड़ताल के चलते वहां सन्नाटा पसरा हुआ था। व्यापारियों के मुताबिक अगर यही हाल रहा तो फल, सब्जियों और अनाज के रेट बढ़ जाएंगे।
बामुश्किल 10 ट्रक आए
चकरपुर फल-सब्जी मंडी एसोसिएशन के सौरभ पांडेय ने बताया कि डेली एवरेज 200 से 250 ट्रक सब्जी व फलों के आते हैं। इनमें सबसे अधिक आलू, प्याज व टमाटर आदि के होते हैं। लेकिन आज तो बामुश्किल 10 ट्रक ही आ पाए। लोकल से भी सब्जियों के न तो ट्रक आ पाए और न ही लोडर। इसकी वजह से रेट कुछ बढ़े हैं। यही हाल रहा तो आगे सब्जियों के रेट बढ़ जाएंगे।
एक भी ट्रक माल नहीं पहुंचा
गल्ला आढ़ती एसोसिएशन के ज्ञानेश मिश्रा ने बताया कि दलहन, तिलहन के डेली 50 ट्रक व लोडर नौबस्ता मंडी आते थे। लेकिन स्ट्राइक की वजह से न एक भी ट्रक या लोडर नहीं आया। इसी तरह मंडी से भी न के बराबर माल निकल सका।