-शहर में कोरोना संक्रमण में काम आने वाली विटामिन-सी, डी, मल्टीविटामिन जैसी दवाओं की भी किल्लत

-संक्रमण से घबराए लोग घरों में कर रहे हैं दवाओं का स्टॉक, कंपनियां भी कर रही खेल, कालाबाजारी हो गई शुरू

KANPUR: पल्स ऑक्सीमीटर और ऑक्सीजन की समस्या के बाद अब कोरोना संक्रमण के इलाज में यूज होने वाली दवाओं की भी शॉर्टेज हो गई है। थोक मार्केट से लेकर मेडिकल स्टोर्स तक में दवाओं की कमी होने लगी है। विटामिन-सी, डी, मल्टीविटामिन जैसी कॉमन दवाइयां आसानी से नहीं मिल रही हैं। इनकी ब्लैकमार्केटिंग की भी आशंका है। इन दवाओं का सबसे अधिक यूज होम आइसोलेशन में रहने वाले लोग कर रहे हैं।

सोशल मीडिया पर वायरल

कोरोना के बेकाबू होते संक्रमण को देखते हुए लोगों ने अहतियातन इन दवाओं को घरों में स्टॉक करना शुरू कर दिया है। दवाओं के दूसरे ऑप्शन लोग कम खरीद कर रहे हैं। घंटाघर स्थित मेडिकल स्टोर संचालक राकेश जायसवाल बताते हैं कि लिम्सी, आइवरमैक्टिन, जिंकोविट, पैरासीटामॉल, डीप्योरा, डॉक्सीसाइक्लिन जैसी दवाइयां होम आइसोलेशन में नॉर्मली दी जा रही है। इन दवाओं से कोरोना संक्रमित मरीज घर पर ही ठीक हो जा रहे हैं। इन दवाओं के मैसेज वाट्सएप और सोशल मीडिया पर वायरल होने से लोग इन्हीं दवाओं की डिमांड कर रहे हैं। इससे किल्लत और बढ़ गई है।

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संक्रमण रोकने वाली दवाओं की भी किल्लत

रेम्डेसिविर इंजेक्शन और फैबीफ्लू के अलावा कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए अन्य कंपनियों की दवाएं भी कारगर हैं। केमिस्ट संदीप अग्रवाल ने बताया कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए फ्लूबिर, एराफ्लू, एवीगन, फ्लूगार्ड, फैवीलो जैसी दवाइयां भी काम आती हैं, लेकिन अब इन दवाओं की भी किल्लत है। दवाओं की शॉर्टेज इसलिए भी है कि स्टॉकिस्ट दवाओं का स्टॉक भी खूब कर रहे हैं। अभी हाल में कोरोना संक्रमण में कारगर दवा एवीगन को मंजूरी दी है। इस दवा की डिमांड बढ़ी बीते 24 घंटे में बढ़ी है, लेकिन अब इस दवा की भी शॉर्टेज हो गई है।

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इन दवाओं की कमी

लिम्सी, आइवरमैक्टिन, जिंकोविट, पैरासीटामॉल, डीप्योरा, डॉक्सीसाइक्लिन, फ्लूबिर, एराफ्लू, एवीगन, फ्लूगार्ड, फैवीलो, एवीगन

ऑक्सीजन फ्लोमीटर भी गायब

दवाओं के साथ ही ऑक्सीजन सिलेंडर और इसमें लगने वाला फ्लोमीटर भी लोगों को नहीं मिल पा रहा है। नॉर्मली फ्लोमीटर 11 सौ से 12 सौ रुपए का मिलता है, लेकिन डिमांड बढ़ते ही इसकी ब्लैकमार्केटिंग लोग करने लगे हैं और 3 हजार रुपए तक में बेच रहे हैं। वहीं कोरोना क‌र्फ्यू में भी लोग दादा नगर और पनकी इंडस्ट्रियल एरिया में ऑक्सीजन सिलेंडर बनाने वाली कंपनियों के चक्कर काटते रहे। लोग भी एहतियातन ऑक्सीजन सिलेंडर खरीद कर और भरकर घर में रखने लगे हैं।

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क्या कहते हैं केमिस्ट

होम आइसालेशन में पेशेंट्स को दी जाने वाली दवाओं की डिमांड काफी बढ़ गई है। इसलिए इनकी शॉर्टेज हो रही है। हालांकि, लोगों को जरूरत के मुताबिक ही दवा दी जा रही है। जिससे सभी को दवा ि1मलती रहे।

-संजय मल्होत्रा, दवा कारोबारी

कोरेाना संक्रमण से जुड़ी दवाओं की किल्लत हो रही है। स्टॉक भी अब कम आने लगा है। लगातार स्टॉक आने से दवाएं मिल रही हैं, थोड़ी बहुत शॉर्टेज बनी हुई है।

-राजेंद्र सैनी, दवा कारोबारी

कोरोना के ट्रीटमेंट में यूज होने वाली दवाइयां कंपनी से ही काफी शॉर्ट होकर आ रही है। दवा के 5 पत्तों की जगह 2 ही दिए जा रहे हैं, जिससे हर जरूरतमंद को दवा मिलती रहे। लोग दवा को स्टोर कर रहे हैं। इस वजह से किल्लत हाे रही है।

-ऋषभ गुप्ता, दवा कारोबारी

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नेचुरली भी बढ़ाए इम्यूनिटी

विटामिन सी - विटामिन सी युक्त चीजें इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए रामबाण मानी जाती हैं। ये बॉडी में संक्रमण को भी खत्म करने में कारगर होती हैं। संतरे, अमरूद, आंवला, बेरीज, नींबू, कीवी, पालक, सरसों का साग आदि भरपूर मात्रा में खाना चाहिए।

एंटीऑक्सीडेंट वाले फूड- बेरीज, प्याज, लहसुन, अदरक, गाजर और कद्दू में एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा पाई जाती है। दवाओं के साथ होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना पेशेंट को इन्हें भी भरपूर मात्रा में खाना चाहिए।

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क्या कहती है पब्लिक

मैं अपने होम आइसोलेशन में रह रहे दोस्त के लिए दवाइयां लेने गया था। लेकिन, बड़ी मुश्किल से आधी ही दवाइयां मिल पाई। 4 से 5 मेडिकल स्टोर में गया तब जाकर पूरी दवाइयां मिलीं।

-कौशल सिन्हा

कोरोना से जुड़ी एलोपैथी दवाओं के साथ आयुर्वेदिक दवाएं भी बड़ी मुश्किल से मिल रही हैं। कई मेडिकल स्टोर पर जाकर पूरी दवाइयां मिल सकीं। होम आइसोलेशन किट में पल्स ऑक्सीमीटर नहीं मिल रहा।

-शिवेष सिंह

मेरे रिलेटिव के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर कई घंटों ढूंढा। सोशल मीडिया पर शेयर किया, बड़ी मुश्किल से सिलेंडर मिला, लेकिन अब इसका फ्लोमीटर नहीं मिल रहा। दवा मार्केट भी बंद होने से संकट ज्यादा है।

-आशुतोष सिंह