कानपुर (ब्यूरो) नर्वल क्षेत्र के बेहटा सकत निवासी 40 साल के विश्राम साहू, पत्नी सुशीला दो बेटों व एक बेटी के साथ लगभग 15 साल से महाराजपुर के रूमा महेंद्रा शो रूम के पास रहता था। परिवार का गुजर बसर करने के लिए उसने घर के सामने हाईवे के किनारे गुमटी में परचून की दुकान कर ली थी।
दोपहर बाद हुआ हादसा
गुरुवार दोपहर वह दुकान पर बैठा था। तीन लोग सामान खरीद रहे थे। इसी बीच मौरंग से भरा डम्फर उसकी दुकान से आगे निकल गया था। डम्फर चालक लापरवाही से डम्फर को बैक करते हुए विश्राम की दुकान के सामने अचानक पलट गया। दुकान के ऊपर डम्फर पलटने की आवाज सुनकर विश्राम की पत्नी सुशीला बच्चो के साथ बाहर निकल कर आईं। मौरंग के नीचे दबे विश्राम की चीखें सुनकर वहां लोग एकत्र हो गए। तीन से ज्यादा लोगों के दबे होने की जानकारी मिलते ही वहां भारी संख्या में लोग एकत्र हो गए।
सीओ और थानाध्यक्ष पहुंचे
सीओ सदर ऋषिकेश यादव व थानाध्यक्ष सतीश राठौर मौके पर पहुंचे और जेसीबी व क्रेन की मदद से मौरंग व डम्फर को हटवाया। लगभग 10 मिनट के बाद ही मौरंग के नीचे दबे विश्राम को निकला गया। उन्हें कांशीराम अस्पताल ले गए ,जहां चिकित्सकों ने विश्राम को मृत घोषित कर दिया। वहीं दो अन्य लोगों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
परिवार में मचा कोहराम
विश्राम की मौत की खबर से घर में कोहराम मच गया। पत्नी सुशीला,बच्चे व परिजनों के साथ बदहवास हालत में गुमसुम सी हो गई थी। पुलिस ने पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है।