हालांकि मानवाधिकार आयुक्त एलिज़ाबेथ ब्रौडेरिक के ज़रिए की गई जांच में पता चला है कि पिछले दशक में हालात में काफ़ी बेहतरी हुई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कैनबरा स्थित ऑस्ट्रेलियन डिफ़ेंस फ़ोर्स एकेडमी (एडीएफ़ए) में सांस्कृतिक बदलाव की ज़रूरत है। संस्थान में सेक्स स्कैंडल की एक घटना सामने आने के बाद इस जांच के आदेश दिए गए थे।
दो सैन्य छात्रों पर आरोप थे कि उन्होंने संभोग करते हुए एकेडमी की एक महिला सैन्य छात्रा की वीडियो बना ली थी और फिर उसे इंटरनेट के ज़रिए प्रसारित कर दिया था। उन दोनों छात्रों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर लिया गया है लेकिन इस घटना ने ऑस्ट्रेलिया की सभी सैन्य अकादमी में महिलाओं के साथ व्यवहार पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस जांच के दौरान अधिकारियों ने एडीएफ़ए के 25 फ़ीसदी से ज़्यादा सैन्य छात्रों से बातचीत की थी।
रिपोर्ट के अनुसार, ''कई महिलाओं ने स्पष्ट तौर पर कहा कि उनके साथ किसी तरह का भेदभाव नहीं होता। लेकिन 74 फ़ीसदी महिलाओं ने कहा कि उन्हें यौन उत्पीड़न का शिकार होना पड़ा है.'' एलिज़ाबेथ ब्रौडेरिक ने लिखा है कि महिलाओं को लैंगिक भेद-भाव का सामना करना पड़ता है। रिपोर्ट के अनुसार पिछले कुछ वर्षों में यौन उत्पीड़न की कुछ गंभीर घटनाएं भी सामने आई हैं।
रिपोर्ट का कहना है कि इसका एक कारण ये है कि कुछ इलाक़ो में निगरानी रखने और शिकायत दर्ज कराने का कोई उपयुक्त इंतज़ाम नहीं है।
'सांस्कृतिक बदलाव की ज़रुरत'
इस रिपोर्ट में 31 सुझाव भी दिए गए हैं जिनमें सैन्य छात्रों को महिलाओं के साथ बर्ताव के बारे में शिक्षा दिए जाने के अलावा उनके शराब पीने पर निगरानी रखना शामिल हैं।
इस बारे में एलिज़ाबेथ ब्रौडेरिक का कहना था, ''सैन्य अकादमी में ऐसे संस्कार को विकसित किए जाने की ज़रूरत है जिसमें महिलाएं पूरी तरह शामिल हों। जहां महिलाओं को ऑस्ट्रेलियाई सैन्य क्षमता का एक ज़रूरी और महत्वपूर्ण अंग समझा जाता हो.''
ऑस्ट्रेलिया के रक्षा मंत्री स्टीफ़न स्मिथ ने कहा कि सरकार रिपोर्ट को स्वीकार करने और उसेक सुझावों को कार्यान्वित करने के लिए रास्ता अपनाएगी। एलिज़ाबेथ ब्रौडेरिक पूरी ऑस्ट्रेलियाई सेना में महिलाओं के साथ बर्ताव की भी जांच कर रही हैं जिसकी रिपोर्ट 2012 तक मुकम्मल होगी।
एबीसी न्यूज़ के अनुसार ऑस्ट्रेलिया के रक्षा मंत्रालय ने एक अलग जांच बिठाई थी जिसमें दुर्वयवहार के एक हज़ार से अधिक आरोप सामने आए थे। अप्रैल में सैन्य अकादमी में सेक्स स्कैंडल के बाद नौसेना में भी इसी तरह का एक मामला सामने आया था।
इसी साल फ़रवरी में रक्षा मंत्रालय ने एक रिपोर्ट जारी की थी जिसमें नौसेना के एक जहाज़ पर सैनिकों के यौन आचरण के बारे में विस्तार से चर्चा की गई थी।
इस रिपोर्ट के अनुसार जहाज़ पर क़बाइली संस्कृति हावी थी जिसमें महिला नाविकों के साथ बहुत ग़लत तरीक़े से बर्ताव किया जाता था, अत्यधिक शराब का सेवन होता था और अनुशासन पूरी तरह ख़त्म हो गया था। सितंबर में हुई एक दूसरी घटना में नौसेना के एक जवान को अपनी एक महिला साथी के साथ बलात्कार को दोषी पाया गया था।
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