कानपुर(ब्यूरो)। दुनियाभर में हर साल 15 जून का दिन ङ्खशह्म्द्यस्र श्वद्यस्रद्गह्म् ्रड्ढह्वह्यद्ग ्र2ड्डह्म्द्गठ्ठद्गह्यह्य ष्ठड्ड4 (ङ्खश्व्र्रष्ठ) के तौर पर मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का खास मकसद ही है बुजुर्ग के साथ होने वाले दुव्र्यवहार की तरफ लोगों का ध्यान आकर्षित करना, उन्हें जागरूक करना और इसे रोकने के प्रयास करना है। कानपुर शहर में ही कई ऐसे मामले सुनने को मिलते हैं जहां लोग बूढ़े मां-बाप के साथ अच्छा बर्ताव नहीं करते, उन्हें ओल्ड एज होम में रहने के लिए भेज देते हैं और भी कई तरीकों से परेशान करते हैं। जो बहुत ही दुखदायी है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने दिसंबर 2011 में इंटरनेशनल नेटवर्क फॉर द प्रिवेंशन ऑफ एल्डर एब्यूज के अनुरोध के बाद आधिकारिक रूप से &वल्र्ड एल्डर एब्यूज अवेयरनेस डे&य मनाने की मान्यता दी थी।

क्या है मनाने का उद्देश्य
संयुक्त राष्ट्र के हिसाब से, दुनिया में हर 6 में से 1 बुज़ुर्ग के साथ दुव्र्ययवहार होता है, जो वाकई दुख की बात होने के साथ शर्मनाक भी है। वर्तमान स्थिति को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले समय में ऐसे मामले घटने के बजाय बढ़ेंगे ही क्योंकि लोगों की लाइफस्टाइल ऐसी हो चुकी है कि वो अपनी लाइफ में किसी की दखल नहीं चाहते फिर चाहे वो उनके अपने हों। अनुमान है कि ये आंकड़ा आगे बढ़ता ही जाएगा। इसके तहत उनके साथ शारीरिक, मानसिक, फाइनेंशियल आदि हिंसा शामिल है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य दुनिया भर के लोगों को बुज़ुर्गों के प्रति अच्छा व्यवहार, उनकी बेहतर सेहत, सामाजिक, आर्थिक और दूसरी कई तरह की समस्याओं और ज़रूरतों के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाना है।

सीनियर सिटीजन सेल के हालात
यूपी सरकार ने हर जिले में सीनियर सिटीजन सेल बना रखी है। इतना ही नहीं सीनियर सिटीजन की रखवाली के लिए अलग से पुलिसकर्मियों को हर थाने में तैनात किया गया है। इस योजना का नाम &सवेरा&य रखा गया है। इसके बाद भी आए दिन बुजुर्गों को अराजकततत्वों का शिकार होना पड़ता है। कुछ दिन पहले ही साउथ सिटी में चेन लूटने वालों से बुजुर्ग महिला ने भिड़ कर अपनी जान बचाई थी। कई मामले शहर में ऐसे आए हैैं। जिनमें अराजकतत्वों से संघर्ष करने में बुजुर्गों की जान तक चली गई। हर मौत के बाद सेल के लोग जागते हैैं और कार्रवाई के नाम पर लकीर पीटते रहते हैैं।

दुकान पर बेटे का कब्जा, माता-पिता पहुंचे थाने
रेलबाजार के शांति नगर में बुजुर्ग दंपति ने बड़े बेटे पर जबरन दुकान पर कब्जा करने और मारपीट कर घर पर कब्जे का प्रयास करने का मामला दर्ज कराया है। शांति नगर निवासी 73 साल की विमला साहू के अनुसार, वे सुशील साहू और बड़े बेटे देवेन्द्र साहू के साथ रहती हैं। विमला ने बताया कि उनके छोटे बेटे संदीप साहू की कुछ साल पहले मौत हो गई थी। जिसके बाद से देवेन्द्र दोनों को पीटता है। विमला के अनुसार आरोपी बेटे ने नयागंज स्थित उनकी किराना की दुकान पर भी कब्जा कर लिया। उन्होंने रेलबाजार थाने में शिकायत की। जिसके बाद थाना प्रभारी प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर कार्रवाई की।

बेटे ने घर से निकाला, सडक़ पर घूमते रहे माता-पिता
कानपुर देहात के पुखरायां विद्यार्थी नगर में रहने वाले 65 साल के कमलेश कुमार के परिवार में पत्नी 57 साल की पुष्पलता, इकलौता बेटा सौमिल और बहू शिवानी है। सौमिल प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक है। सौमिल की शादी तीन साल पहले शिवानी से हुई थी। माता-पिता का आरोप है कि बहू-बेटा मानसिक प्रताडऩा दे रहे हैं। हाल ही में रात नौ बजे बेटे और बहू ने मिलकर हम दोनों को मारापीटा। इस करतूत के बाद बहुत भयभीत हो गए। वह दिल के मरीज हैं पत्नी गठिया की मरीज है। अगले दिन सुबह पांच बजे बहू और बेटे ने उन दोनों को घर से बाहर निकाल दिया। इसके बाद से हम लोग दर-दर भटक रहे हैं। डीएम और पुलिस से शिकायत की।

माता-पिता और पति को करती प्रताडि़त
कल्याणपुर में रहने वाले बुजुर्ग दंपति व बेटे ने पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचकर बहू द्वारा उत्पीडऩ का आरोप लगाया था। गूबा गार्डन में रहने वाली रेखा कश्यप ने बताया कि अपने बेटे की शादी 4 दिसम्बर 2022 को फर्रुखाबाद निवासी युवती से की थी। फेसबुक से दोस्ती होने के बाद यह शादी हुई थी। आरोप है कि शादी के कुछ दिन बाद ही बहू का स्वभाव बदल गया छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा करना धमकाना, बेटे ने कई दफा समझाने का प्रयास किया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। बुजुर्ग दंपति का आरोप है कि 5 जून को अचानक बहू ने अपने भाई को बुलवा लिया और सभी से अभद्रता करते हुए मारपीट की। जान से मारने की धमकी दी। जिसके बाद उन लोगों ने कमिश्नर कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई।

हेल्प के लिए क्या करें सीनियर सिटीजन
वरिष्ठ नागरिकों के लिए शुरू की गई ये टोल-फ्री हेल्पलाइन-14567- उत्तर प्रदेश इंडस्ट्रियल कंसल्टेंट्स लिमिटेड द्वारा संचालित है। हेल्पलाइन सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक चालू रहती है। ये सेल 18 तरह की सर्विस कर सीनियर सिटीजन की हेल्प करती है। आपके घर प्लंबर, मेडिसिन, ग्रोसरी का सामान, पेट की हेल्प, मॉर्निंग वॉक, मार्केटिंग समेत 18 सर्विस उपलब्ध कराई जाती है। इस नंबर के अलावा डॉयल-112 को भी इस सेवा से जोड़ा गया है, लिहाजा किसी भी परेशानी में पीआरवी को कॉल कर सकते हैैं।

&& सीनियर सिटीजन सेल में कॉल आने पर कमिश्नरेट पुलिस प्राथमिकता पर उसे हल करती है। इसे पहले से मजबूत किया गया है.&य&य
आनंद प्रकाश तिवारी, जेसीपी कानपुर कमिश्नरेट