-सुसाड प्वाइंट बन चुके गंगा बैराज पर मौत का सिलसिला रोकने के लिए ब्रिज के दोनों ओर 1.65 करोड़ से लगेंगी 8 फीट ऊंची जालियां
-रामगंगा कमाण्ड, इरीगेशन डिपार्टमेंट और केडीए ने मिलकर तैयार किया है प्रोजेक्ट, अब तक 2000 से ज्यादा लोगों को निगल चुका है बैरोज
KANPUR: सुसाइड प्वाइंट के रूप में बदनाम हो चुके गंगा बैराज पर मौत का सिलसिला आगे नहीं बढ़ेगा। ब्रिज के दोनों ओर 1.65 करोड़ की लागत से करीब 8 फीट ऊंची जाली लगाई जाएगी। जिससे लोग ब्रिज से गंगा पर छलांग न लगा सकें। जाली लगाने की जिम्मेदारी रामगंगा कमाण्ड, इरीगेशन डिपार्टमेंट को दी गई है। बजट का अरेजमेंट केडीए के इंफ्रास्ट्रक्चर फंड से किया गया है।
लोग चला रहे हैं अभियान
साल 2006 से अब तक 2053 लोगों की गंगा बैराज में डूबने से मौत हो चुकी है। इसमें बड़ी संख्या सुसाइड करने वालों की है। शायद ही कोई ऐसा महीना बीतता हो जब बैराज में कूदकर 2-3 लोग सुसाइड न करते हों। इलाकाई लोगों के नहाने के दौरान बैराज के पास गंगा में डूबने के बाद सबसे अधिक मौतेंे सुसाइड की वजह से हुई हैं। कई बार तो तेज रफ्तार गाडि़यां एक्सीडेंट होने पर रेलिंग तोड़कर गंगा में समा चुकी हैं। इन्हीं वजहों से लोग गंगा बैराज ब्रिज पर जालियां लगाने की न केवल मांग कर रहे हैं, बल्कि अभियान भी चला रहे हैं।
इंफ्रास्ट्रक्चर फंड से
गंगा बैराज अब सिटी का सबसे बड़ा पिकनिक स्पॉट बन चुका है। हर रोज सैकड़ों की संख्या में लोग फैमिली के साथ घूमने के लिए जाते हैं, लेकिन 621 मीटर लंबे इस ब्रिज पर केवल 1.15 मीटर हाईट की रेलिंग लगी हुई। इन्हीं रेलिंग के सहारे खड़े होकर लोग गंगा को निहारते हैं। इसकी वजह से किसी को पता ही नहीं चलता है कि कौन सुसाइड करने का प्रयास कर रहा है। रेलिंग की हाईट कम होने की वजह से लोग आसानी से छलांग लेते हैं।
न जुटा सके कोई हिम्मत
मौत का आंकड़ा बढ़ता देख केडीए, इरीगेशन और रामगंगा कमाण्ड ऑफिसर्स ने पहले गंगा बैराज ब्रिज का सर्वे किया। फिर रेलिंग के सहारे 2.60 मीटर ऊंची बीजी जालियां लगाने का डिसीजन किया। जिससे इन जालियों को पार कर गंगा में छलांग लगाने की हिम्मत कोई न जुटा सके। ब्रिज पर जालियां लगाने के लिए 1.65 करोड़ का प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। केडीए इंफ्रास्ट्रक्चर फंड से जालियां लगाने के लिए बजट देने को तैयार हो गया है। नेक्स्ट वीक होने कमिश्नर एसएम बोबडे की अध्यक्षता में होने वाली इंफ्रास्ट्रक्चर फंड की मीटिंग में इस प्रोजेक्ट पर मोहर लगेगी।
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--बैराज से गंगा में कूदकर काफी लोग जान दे चुके हैं, इसीलिए रेलिंग से दोगुनी से ज्यादा हाइट की जालियां लगाई जाएंगी। केडीए बजट देने को तैयार है। प्रोजेक्ट तैयार कर सौंपा जा चुका है।
-- जेपी सिंह, एक्सईएन इरीगेशन
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बैराज ब्रिज की लंबाई-- 621मीटर
रेलिंग की ऊंचाई -- 1.15 मीटर
बीजी जाली लगेगी--2.60 मीटर ऊंची
प्रोजेक्ट कास्ट-- 165.16 लाख रुपए