- मंथ में दो बार रात में रूट की किसी एक ट्रेन में करने होगी पेट्रोलिंग
- स्कॉट ड्यूटी का वीडियो बना सीनियर आफिसर से करना होगा पोस्ट
KANPUR। ट्रेनों में अब चोरी, लूट व अन्य अपराधिक वारदातों को रोकना आरपीएफ पोस्ट थाने इंचार्ज के हाथों में होगी। ट्रेनों में पैसेंजर की सुरक्षा बढ़ाने के लिए रेलवे ने पोस्ट इंचार्ज को भी ट्रेन में औचक स्कॉट ड्यूटी करने का ऑर्डर दिया है। पोस्ट इंचार्ज महीने में दो दिन औचक ड्यूटी रूट की किसी एक ट्रेन में करेंगे। रेलवे आफिसर के मुताबिक ऐसा होने से ट्रेनों में तैनात रहने वाला स्कॉट स्टाफ ड्यूटी पर हमेशा अलर्ट रहेगा।
रात की ट्रेनों पर ज्यादा फोकस
रेलवे आफिसर के मुताबिक दिन की अपेक्षा रात की ट्रेनों में चोरी, लूट आदि की अधिक अपराधिक घटनाएं ट्रेनों में होती है। यही कारण है कि आरपीएफ का पूरा फोकस रात की ट्रेनों पर होगा। कानपुर व वाया कानपुर होकर रात में गुजरने वाली ट्रेनों में पोस्ट इंचार्ज मंथ में दो दिन पेट्रोलिंग करेंगे। पेट्रोलिंग का वीडियों बना कर अपने सीनियर आफिसर को पोस्ट भी करना होगा।
पढ़े लिखे युवा कर रहे चोरी
आरपीएफ ऑफिसर्स के मुताबिक कुछ सालों में ट्रेनों में चोरियों का ट्रेंड बदला है। अब अधिकतर चोरियां एसी कोचों में होती है। अब चोरी की घटनाओं को पढ़े लिखे युवा कर रहे हैं। बीते दिनों राजधानी एक्सप्रेस में चोरी करने वाले एक युवक को पकड़ा गया था। जो एमबीबीएस की पढ़ाई दो साल करने के बाद छोड़ चुका था। उसको देखने व बोलचाल से कोई उसको चोर नहीं समझ सकता।
22 ट्रेनों में कानपुर से स्कॉट
आरपीएफ पोस्ट इंचार्ज पीके ओझा के मुताबिक कानपुर होकर चलने वाली ट्रेनों में 22 ट्रेनों में कानपुर से आरपीएफ व जीआरपी का स्कॉट चढ़ता है। वहीं कुछ ट्रेनों में प्रयागराज से स्कॉट चढ़ता है। जो दिल्ली तक जाता है। वह ट्रेन से उतरने के बाद कानपुर आने वाली दूसरी निर्धारित ट्रेन में चढ़ कर वापस आता है। वहीं कुछ स्टाफ जो ट्रेन लेकर यहां से दिल्ली जाते हैं। वह उसी ट्रेन को वापस लेकर कानपुर आते हैं।
एक नजर में
- 22 ट्रेनों में जाता कानपुर का स्कॉट
- 60 जोड़ी ट्रेनों का संचालन वाया कानपुर
- 2 दिन मंथ में पेट्रोलिंग करेंगे पोस्ट इंचार्ज
- 3 कांस्टेबल का स्टाफ पोस्ट इंचार्ज के साथ
- 4 कांस्टेबल एक ट्रेन में स्कॉट ड्यूटी में लगते
'' ट्रेनों के एसी कोचों में पैसेंजर्स की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है। इससे पैसेंजर्स को ट्रेनों में होने वाले क्राइम से काफी निजात मिलेगी.''
अमित मालवीय, पीआरओ, एनसीआर