- महिला हेल्प डेस्क बनाने के बाद कानपुर पुलिस ने सीक्रेट रूम्स का तैयार किया ब्लू प्रिंट
- मिशन शक्ति अभियान के तहत बने इन रूम्स में सुनी जाएंगी केवल महिलाओं की शिकायत
<- महिला हेल्प डेस्क बनाने के बाद कानपुर पुलिस ने सीक्रेट रूम्स का तैयार किया ब्लू प्रिंट
- मिशन शक्ति अभियान के तहत बने इन रूम्स में सुनी जाएंगी केवल महिलाओं की शिकायत
KANPUR :
KANPUR : मिशन शक्ति अभियान के तहत सीएम योगी आदित्यनाथ ने हर थाने में एक 'सीक्रेट रूम' बनवाने के निर्देश दिए हैं। जो पूरी तरह से पारदर्शी और सभी बुनियादी सुविधाओं से लैस हो। राजधानी से आदेश आने के बाद शहर के थानों में सीक्रेट रूम बनाने का ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया गया है। पुलिस की योजना के मुताबिक जो थाने बड़े हैं, सुविधाओं से लैस हैं। वहां सीक्रेट रूम अलग बनाया जाएगा। जबकि जिन थानों में जगह कम है वहां सीक्रेट रूम में ही महिला हेल्प डेस्क बनाई जाएगी। पीडि़ता महिला पुलिसकर्मी से बिना संकोच अपनी बात कह सकेंगी।
दुरुपयोग पर होगा एक्शन
दरअसल जिले में लगातार बढ़ रही छेड़छाड़ की वारदातों को देखते हुए ये डिसीजन लिया गया है। महिला हेल्प डेस्क या 'सीक्रेट रूम में दिखने वाली किसी जगह पर वह सारे नंबर (क्090, क्8क्, क्क्ख्,क्07म्,क्098, और क्0ख्) लिखें रहेंगे। जिन पर कोई महिला जरूरत पर मदद के लिए कॉल कर सके। नंबरों के साथ इनका दुरुपयोग करने वालों के लिए चेतावनी भी ि1लखी होगी।
सम्मान को संस्कार बनाना होगा
जिले की पुलिस लगातार महिलाओं को उनके अधिकारों को लेकर जागरूक कर रही हैं। नुक्कड़ नाटक और अन्य माध्यमों से जानकारी दी जा रही है। महिलाओं से जुड़े मामलों की सुनवाई जल्द कराने की तैयारी भी कर ली है। कोशिश की जा रही है कि महिलाओं से जुड़े मामलों में सख्त कार्रवाई की जा सके। डीआईजी डॉ। प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि ये महिलाओं के प्रति लोगों की सोच और संस्कार बदलने वाला अभियान है। ऐसा तभी होगा जब अधिक से अधिक लोग इससे जुड़ेंगे। किसी भी अभियान से जब शासन और प्रशासन के साथ समाज भी जुड़ता है तो नतीजे बेहतर होते हैं।
क्यों पड़ी सीक्रेट रूम की जरूरत?
थानों में महिला हेल्प डेस्क तो बना दी गई। इस डेस्क पर महिला पुलिसकर्मी की तैनाती भी कर दी गई। साथ ही यहां आने वाली शिकायत के निस्तारण के लिए नोडल आफिसर की तैनाती भी कर दी गई। लेकिन समस्या वहां की वहीं रही। अधिकारियों को फीडिंग मिली कि संकोच, शर्म और भय की वजह से पीडि़ता थाने में शिकायत करने नहीं आ रही है। इस वजह से महिला हेल्प डेस्क की योजना ठंडे बस्ते में जा रही है। जानकारी मिलने पर सीक्रेट रूम बनाया गया। कोशिश की गई कि हर महिला की प्रॉब्लम का सॉल्यूशन तुरंत किया जा सके।
इस तरह का होगा सीक्रेट रूम
कांच का पारदर्शी कमरा, जिसके चारों तरफ पर्दा लगा रहेगा। इस रूम में पीडि़ता के निजी हितों को ध्यान रखा जाएगा। इस कमरे में रोशनी का इंतजाम होगा। पीडि़ता के पूछताछ करने वाली या शिकायत दर्ज करने वाली महिला पहले पीडि़ता को अपना नाम और पद बताएगी।
सीक्रेट रूम में ये होंगी सुविधाएं
- पुरुष पुलिसकर्मियों की इंट्री पूरी तरह से वर्जित होगी
- 8-8 घंटे की फ् शिफ्टों में शिकायत सुनने के लिए महिला पुलिस कर्मी तैनात रहेंगी।
- इन पुलिस कर्मियों की ड्यूटी किसी भी हालत में कहीं और नहीं लगाई जाएगी।
- सीक्रेट रूम से जुड़ा हुआ टॉयलेट बना होगा।
- बेसिक फोन होगा, जिससे पीडि़ता को बात कराई जा सकेगी।
- सीक्रेट रूम में सीएम की महिला सेल का नंबर भी होगा।
- शिकायत न सुने जाने पर पीडि़ता इस नंबर पर भी बात कर सकेगी।
- सीक्रेट रूम में महिला के बयान भी दर्ज किए जाएंगे।
- यहां मैनुअली और कंप्यूटर पर शिकायतें दर्ज की जाएंगी।
- हर सप्ताह डीआईजी इन शिकायतों की मॉनीटरिंग करेंगी।
- किसी भी लापरवाही के लिए नोडल अधिकारी जिम्मेदार होंगे।
''थानों में सीक्रेट रूम बनाने और शासन से मिले निर्देश लागू कराने के लिए सख्ती से कहा गया है। दशहरे के त्योहार के बाद अधिकारी लगातार थानों में दौरा कर ये निर्धारित करेंगे कि योजना में किसी तरह की कोताही न हो.''
डॉ। प्रीतिंदर सिंह, डीआईजी कानपुर